जानिए की कैसे मिटटी के बर्तन द्वारा आप अपना किस्मत/भाग्य संवार सकते हैं और स्वास्थ भी --

जानिए की कैसे मिटटी के बर्तन द्वारा आप अपना किस्मत/भाग्य संवार सकते हैं और स्वास्थ भी --

प्रिय पाठकों/मित्रों,जिंदगी में हमें कई ऐसी चीजें हैं जो बहुत प्रिय होती हैं और हम चाहते हैं कि वो हमेशा हमारे पास रहें। लेकिन बहुत कुछ कर लेने के बाद भी वो चीजें हमारे पास नहीं रहती हैं।
क्या आप जानते हैं की आपके घर में रखे मिट्टी के बर्तन भी आपका भाग्य चमका सकते हैं। शास्त्रों के अनुसार मिट्टी के बर्तनों को बहुत पवित्र माना गया है। पहले मिट्टी के बने बर्तनों में खाना खाया जाता था। वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार घर में रखें मिट्टी के बर्तन एक तरफ जहां आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं बल्कि इनके घर या ऑफिस में होने से गुडलक, धन-वैभव, सफलता सब कुछ हासिल किया जा सकता है। पूजा घर से लेकर विवाह के मौके पर पूजा के लिए इस्तेमाल किए जानें वाले सभी बर्तन मिट्टी के होते हैं।
जानिए क्यों नहीं रखें खंडित बर्तन अपने घर में---
घर में इस्तेमाल होने वाले बर्तन हमारे जीवन स्तर को इंगित करते हैं। इसी कारण इन दिनों सुंदर डिजाइन वाले बर्तनों का चलन बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। इसी चलन के कारण कई घरों में पुराने या टूटे-फूटे बर्तनों को संभालकर स्टोर रूम में रख दिया जाता है, जो कि वास्तु की दृष्टि से अशुभ है तथा इसे वास्तु विज्ञान में एक दोष की भांति देखा जाता है। टूटे-फूटे बर्तन दरिद्रता की ओर संकेत करते हैं तथा इन्हें घर में जगह देने से घर में दरिद्रता बढ़ती है और कई तरह की आर्थिक हानि भी हो सकती है।
वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार राहू ग्रह अशुभता का परम सूचक माना जाता है। टूटे-फूटे तथा खंडित चीनी मिट्टी के बर्तन राहू का प्रतीक हैं। ज्योतिषशास्त्र की लाल किताब में हमेशा से ही इस बात पर जोर दिया जाता है कि घरों में टूटे-फूटे बर्तन नहीं रखने चाहिए, न ही कभी ऐसे बर्तनों में भोजन करना चाहिए। जो व्यक्ति टूटे-फूटे बर्तनों में खाना खाता है उससे धन की देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं और उसके घर में अलक्ष्मी अर्थात दरिद्रता का निवास होता है। ऐसा होने पर कई प्रकार के नुकसान का सामना करना पड़ता है।
जानिए कैसे करें सरल समाधान -- वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार आपको अपने घर से सभी टूटे-फूटे, खंडित, दरार पड़े हुए तथा बेकार बर्तनों को हटा देना चाहिए। इससे वास्तु दोष का परिहार हो जाता है तथा घर में लक्ष्मी पुनः वास करती हैं। खंडित बर्तन में खाना खाने से हमारी जीवनशैली नकारात्मक बनती है। जैसे बर्तनों में हम भोजन करते हैं हमारा स्वभाव और स्वास्थ्य भी वैसा ही बन जाता है। इसी वजह से अच्छे और साफ बर्तनों में भोजन करें। इससे आपके विचार भी शुद्ध होंगे और सकारात्मक ऊर्जा का शुभ प्रभाव आप पर पड़ेगा और आप सफलता के शिखर पर पहुचने में सफल होंगे।
01-वास्तुशास्त्र में बताया गया है की अगर घर की उत्तर पूर्व दिशा में मिटटी के बर्तन में पानी भरकर रखा जाये तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है. इसके अलावा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी यह फायदेमंद होता है. वास्तुशास्त्र में बताया गया है है तनाव या फिर किसी मानसिक समस्या का शिकार होने पर घड़े में रखा पानी पीने से तनाव दूर हो जाता है | अथवा वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार घर में उत्तर पूर्व दिशा में मिटटी के घड़े में पानी भरकर रखें इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। सेहत के लिहाज से देखा जाए तो और भी फायदेमंद है। वास्तु के अनुसार अगर कोई तनाव या फिर किसी मानसिक समस्या का शिकार है तो उसे घड़े में रखा पानी पीना चाहिए।
02--- वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार आप ये भी जान ले की घर में पूजा के लिए भगवान की मूर्ति अगर मिट्टी के लाएंगो तो इससे आपके घर में हमेशा बरकत रहेगी क्यों की मिटटी को शुद्ध माना जाता है यही नहीं घर में मिट्टी के सजावटी बर्तन जैसे कटोरी, फ्लावर पॉट को दक्षिण-पूर्व दिशा में रख सकते हैं। कहते हैं इससे घर में सौभाग्य तो आता है।
03 .-- वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार अमावस्या के दिन मिट्टी के बर्तन में काले तिल और पानी लें। दक्षिण की तरफ बैठकर इस मंत्र का जाप करें 'ओम पित्र देवाय नमः ओम शांति भवाह'। ऐसा करने से आपको फायदा होगा। इसके अलावा आप अमावस्या के दिन गाय या किसी गरीब को खाना खिलाएं।
04 .-- वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार भारतीय सभ्यता में प्राचीन काल से ही मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने की प्रथा रही है |आज भले ही साइंस ने कितनी भी तरक्की क्यों न कर ली हो, लेकिन स्वास्थ्य के नजरिए से देखा जाए तो मिट्टी की हांडी में खाना पकाना आज के प्रेशर कुकर की तुलना में कई गुना ज्यादा लाभकारी सिद्ध होता है |
05 .--वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार घर में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तरपश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें। ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा।
06 .-- वास्तुशास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष भरणी नक्षत्र के दिन चार घड़ों में पानी भरकर किसी एकान्त कमरे में रख दें। अगले दिन जिस घड़े का पानी कुछ कम हो उसे अन्न से भरकर प्रतिदिन विधिवत पूजन करते रहें। शेष घड़ों के पानी को घर, आँगन, खेत आदि में छिड़क दें। अन्नपूर्णा देवी सदैव प्रसन्न रहेगीं।

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