यहाँ पैदा होगी छतों पर बिजलियाँ पूरे शहर को होगी सप्लाई

यहाँ पैदा होगी छतों पर बिजलियाँ पूरे शहर को होगी सप्लाई

वाराणसी -अब वह दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अपने बल पर शहर भर की बिजली पैदा करने लगेगा | फिलहाल वाराणसी का वर्तमान में बिजली की सालाना मांग 861 मेगावॉट है, जो शहर के विस्तार के कारण साल 2025 तक 1700 मेगावॉट हो जाएगी | यह संभव हो पायेगा सोलर रूफ टॉप पैनल से इस मामले में जो सबसे बड़ी बाधा उत्पन्न कर रहा है वह है लाइन लास यहाँ वितरण हानि 40-42 फीसदी है |

अगर यह प्रयोग सफल रहा तो पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी ने अकेले सोलर रूफ टॉप पैनल से 676 मेगावाट बिजली पैदा होगी पर्यावरण और ऊर्जा विकास केंद्र (सीईईडी) की रिपोर्ट 'वाइब्रेंट वाराणसी, ट्रांसफोरमेशन थ्रू सोलर रूफटॉप' में इस ऐतिहासिक शहर के लिए साल 2025 तक 300 मेगावॉट बिजली उत्पादन का रोडमैप प्रस्तुत किया गया.

सीईईडी के कार्यक्रम निदेशक और रिपोर्ट के मुख्य लेखक अभिषेक प्रताप ने बताया कि वाराणसी की मान्य क्षमता 676 मेगावॉट पैदा करने की है जिसे कुल उपलब्ध छतों के केवल 8.7 फीसदी के इस्तेमाल से ही यह क्षमता हासिल की जा सकती है. हालांकि यहां जबकि राष्ट्रीय औसत 24 फीसदी है. इसलिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि. के अप्रभावी ग्रिड अपनी पूर्ण क्षमता के उपयोग साल 2032 तक कर पाएगी|


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