यहाँ आवास योजनाओं में होती है सेटिंग

यहाँ आवास योजनाओं में होती है सेटिंग
लखनऊ - जिस अधिकारी की जिम्मेदारी जिले में विकास से सम्बंधित योजनाओं की परियोजना से सम्बंधित था उनके ऊपर भ्रस्ट्राचार के गंभीर आरोप लगे हुए हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि विकास से सम्बंधित योजनाओं से सम्बंधित दो और अधिकारियों के शासन द्वारा ट्रांसफर कर दिए गए लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय के संज्ञान में होने के बावजूद इस अधिकारी के खिलाफ न ही कोई कार्रवाई हुई न ही अभी तक हटाया गया है |
गोंडा के परियोजना निदेशक वीरपाल के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को राम विलास सिंह ने शिकायत की थी जिस पर विशेष सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय आदर्श सिंह ने गरमी विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव को कर्ववाई के निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक इस मामले में क्या कार्रवाई की गई यह धरातल पर कहीं नहीं दिख रहा है |
क्या है परियोजना निदेशक पर आरोप
  • इंदिरा आवास /प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची में पैसे लेकर हेरफेर किया गया है |
  • लिपिक और संविदा कर्मी की मिलीभगत का है आरोप
  • इस मामले को उजागर करने वाले कंप्यूटर आपरेटर राकेश श्रीवास्तव से ही कार्य हटा लिया गया |
उपश्रमायुक्त श्रम -योजगार ने भी डीएम को भेजी रिपोर्ट
श्रम रोजगार उपायुक्त गोंडा ने पटल सहायक व श्री मो बिलाल कंप्यूटर आपरेटर को भी इस मामले में दोषी ठहराया है | जांच में कहा गया है की लाभार्थी का क्रमांक बदला हुआ है | जांच कमेटी गठित कर डोर टू डोर सत्यापन कराया जाना आवश्यक कहा गया है |
सबसे बड़ी बात यह है की सारी गड़बड़ी प्रशासन और शासन के संज्ञान में होने के बावजूद अभी तक कार्रवाई न होना अपने आप में सवाल उठाता है | अगर जांच होती तो आरोप और और गड़बड़ी में जो भी सच्चाई है सामने आ जाती |

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