मकान तोड़ने का जबर्दस्त विरोध

मकान तोड़ने का जबर्दस्त विरोध


मथुरा(मनोहर पटेल ) -धार्मिक नगरी वृंदावन में यमुना नदी के डूब क्षेत्र में बने हजारों मकानों के तोड़े जाने के लिए शासन द्वारा कराई गई मुनादी के बाद मकान स्वामियों में हड़कंप मच गया है इसी के चलते आज यमुना डूब क्षेत्र के रहने वाले सैकड़ों लोगों ने मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रशासन के इस फैसले को गलत बताया।

पुतला फूंककर मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे ये सभी साधु-संत महिला पुरुष और बच्चे वृंदावन परिक्रमा मार्ग के किनारे यमुना डूब क्षेत्र में बसी कॉलोनियों के बाशिंदे हैं । ये सभी लोग पिछले करीब दो दशक से अपने-अपने मकान बनाकर यमुना किनारे रह रहे हैं । लेकिन बुधवार को जब मथुरा प्रशासन ने हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद वृंदावन में यमुना डूब क्षेत्र में बने तीन हजार के लगभग मकानों को गिराए जाने के लिए मुनादी कराई तो इलाके में हड़कंप मच गया। यह पूरा इलाका वृंदावन बांगर ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है । वहाँ करीब एक दर्जन के लगभग कॉलोनियां इस क्षेत्र में बस चुकी हैं। इन्हीं कॉलोनियो में रहने वाले सैकड़ों लोग आज सड़को पर आकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। जनता ने मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण का पुतला फूंका । साथ ही हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले वृन्दावन के ही रहने वाले मधुमंगल शुक्ला के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। इन लोगों का कहना है कि उनके मकानों को अब प्रशासन अवैध बता रहा है लेकिन आज से 20 - 25 वर्ष पहले उन्होंने प्रशासन की मंजूरी के बाद ही अपने-अपने मकान बनाए हैं बिजली पानी सड़क सीवर आदि की सभी सुविधाएं स्थानीय प्रशासन ने ही उन्हें उपलब्ध कराई है। इसके बदले उन्होंने राजस्वी जमा कराया है। और अब वही प्रशासन उनके मकानों को अवैध बता रहा है जो कि गलत है। वो किसी भी कीमत पर अपने मकान नहीं तोड़ने देंगे।

डीएम ने कहा कोर्ट के आदेशों का पालन हो रहा
इस पूरे मामले पर मथुरा के जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी ने बताया की कोर्ट के आदेश पर 21 जुलाई को कोर्ट में इस संबंध में पक्ष रखने को कहा गया है यह मामला बहुत पुराना है पहले भी अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया गया था फिर से अतिक्रमण हटाने के प्रयास शुरू हो गए और कोर्ट के आदेशों का पालन किया जा रहा है।


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