अपने पति को गोद में उठाकर लोगों की चौखट पर क्यों भटक रही है ये महिला

अपने पति को गोद में उठाकर लोगों की चौखट पर क्यों भटक रही है ये महिला

डेस्क - जब शादी के सात फेरे होते है तो पति-पत्नी दोनों एक दुसरे को जीवन भर साथ निभाने की कसम खाते है और ऐसा ही राजिस्थान में देखने को मिल रहा है जहाँ पर एक पत्नी अपने लाचार पति को गोद में उठा कर लोगों के दरवाजे जा कर लोगों से मदद की गुहार लगा रही है पर कोई सुन नहीं रहा. ये महिला रहने वाली है राजस्थान के सीकर जिले के गांव गणेश्वर के धानका मोहल्ले की जहाँ पर इसका लाचार पति पिछले 7-8 साल कैंसर से पीडि़त है, इलाज तो दूर की बात है ये दम्पति अब दाने दाने को मोहताज हो गया है.

  • पति मुकेश दिल्ली में मजदूरी करता था, करीब सात साल पहले उसके गाल में कैंसर हो गया, हर संभव इलाज करवाया, मगर कैंसर से पीछा नहीं छूट पाया है भामाशाह कार्ड बना तो उम्मीद जगी कि अब इलाज हो जाएगा। पति को जयपुर के एसएमएस अस्पताल लेकर गई वहां ऑपरेशन के लिए तीन लाख रुपए की आवश्यकता जताई गई, जो मेरे बस की बात नहीं थी इसलिए वापस गांव आ गई। अब गांव वालों के सामने इस उम्मीद में हाथ फैला रही है कि कोई मदद मिल जाए और पति का इलाज हो सके
  • मीना देवी पति का इलाज करवाने की हर संभव कोशिश कर रही है, मगर गरीबी राह में रोड़ा बनी हुई है... इनके तीन बच्चे हैं। खुद मीना नरेगा में भी मजदूरी करती है

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