चुनाव हारे हुए नेता ने कहा पहले हम मुसलमान है इंडियन बाद में

सहारनपुर -जहाँ एक ओर देश भर के मदरसों और स्कूलों मे 15 अगस्त को धूमधाम से मनाने की तैय्यारियाँ चल रही है और देवबंद के कयी मदरसों के मुफ्तियों ने देश के साथ प्रदेश सरकार. के इस कदम को सहारनीय बताया है वहीँ देवबंद के पूर्व विधायक माविया अली ने दिया विवादित बयान
"कहा वो नही मानते सरकार के इस फैसले को"
"हम पहले मुसलमान है हिन्दुस्तानी बाद मे"
"जो कानून इस्लाम से टकराएगा हम उसका विरोध करेंगे"

देवबन्द विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक मानिया अली ने कहा...

जिस देश में एक करोड़ मुसलमान है वह भी चुपचाप नहीं बैठते यहां तो हम 20 करोड़ है झंडा फहराने का राष्ट्रगान गाने का मतलब यह नहीं है कि हम देश के लिए लेकिन हम इस बात को कढ़ाई तौर पर निरस्त करते हैं हम प्रदेश सरकार की इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि मदरसों मे राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना जरूरी हो और उस की वीडियोग्राफी कराई जाए और राष्ट्रगान गाया जाए मेरा मानना यह है मैं पहले भी कह चुका हूं सबसे पहले हम मुसलमान है इंडियन बाद में है हिंदुस्तानी हम दूसरे नंबर पर आते हैं पहले हम मुसलमान है किसी भी चीज से इस्लाम का टकराव होता है किसी भी कानून से इस्लाम का टकराव होता है तो उस कानून को मानने को तैयार नहीं है लोग कहते हैं इस देश के अंदर वफादार की हैसियत से हैं मेरा कहना है कि हम देश के अंदर मालिक की हैसियत से हैं इस देश के कुत्ते नहीं है वफादार तो कुत्ते और नौकर होते हैं हम इस देश के मालिक हैं जितना अधिकार इस देश के अंदर योगी का है उतना ही अधिकार इस देश के अंदर माविया का भी है मालिक अपने घर की रक्षा कैसे करता है वह हम जानते हैं वफादारी का लांछन लगाना गलत है वफादार होना नौकरों की फितरत में होता हैओ मालिक अपनी चीज की रक्षा करना अच्छी तरीके से जानता है इसलिए योगी की इस बात को मानने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है कि तिरंगा फहराया जाए राष्ट्रगान गाया जाए और उस की वीडियोग्राफी हो।
वर्तमान विधायक द्वारा नगरपालिका के सीमा विस्तार के प्रस्ताव पर माविया अली ने खुल्लमखुल्ला आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि इने वाले जुमे को शुक्रवार को अगर कलेक्ट्रेट साहब ने यह प्रस्ताव वापिस नही लिया तो सभी मुसलमान इकठ्ठे होकर शीदिया मस्जिद मे नमाज पढेंगे जबरदस्त तरीके से पंचायत करेंगे ,हम हिन्दुस्तान के सविधान मे विश्वास रखते है लेकिन कोई भी सरकार चाहे मोदी हो या योगी हो इस बात समझने की गलती ना कर ले कि हम किसी से डर रहे है ।
माविया अली की बात करे तो उन्होंने 2016 मे देवबंद से कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव लडा था और विधायक बने थे बाद मे 2017 कांग्रेस को अलविदा कहकर अखिलेश यादव से हाथ मिलाया और चुनाव लडे मगर हार का सामना करना पडा ,पहले भी माविया अली अपने विवादित बयानों से चर्चा मे आते रहे हे ः

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