इस बात से मोदी इतने हुए परेशान की बुलाई कैबिनेट की बैठक

नई दिल्ली -देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए उठाए गए कदम नोटबंदी का जिस तरह से भारत मे इस आशा के साथ प्रधानमंत्री मोदी का साथ दिया था कि देश में महंगाई की दर कम जोगी और आम लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी लेकिन जिस तरह से जीडीपी गिरी है उसको देखते हुए पीएम की चिंता बढ़ गई है और उनके द्वारा मंगलवार को कैबिनेट की बैठक रखी गई है ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कल शाम 6 बजे देश की हालात पर चर्चा के लिए एक बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम के साथ-साथ वित्त मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद रहेंगे।
आपको बता दें कि पिछले दिनों जारी पहली तिमाही के GDP आंकड़े आने के बाद यह बैठक हो रही है। वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि 5.7 फीसदी रही जो तीन साल का न्यूनतम स्तर है। इससे पूर्व वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 7.9 फीसदी तथा पिछली तिमाही जनवरी-मार्च तिमाही में 6.1 फीसदी रही थी। GDP में लगातर छठी तिमाही में घटी है। निर्यात के समक्ष भी चुनौतियां हैं और औद्योगिक वृद्धि दर पांच साल में न्यूनतम स्तर पर आ गई है। अप्रैल-जून तिमाही में चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़कर जीडीपी का 2.4 फीसदी के साथ 14.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत घटने के बाद भी जिस तरह से भारत मे पेट्रोल की कीमत बढ़ी है उसको लेकर भी सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है ।