मोदी जी चौराहे की चाय पी लेते तो ,भारत के सवा सो करोड़ देशवासियों की तकलीफों का अहसास जरूर हो जाता

मोदी जी चौराहे की चाय पी लेते तो ,भारत के सवा सो करोड़ देशवासियों की तकलीफों का अहसास जरूर हो जाता
नोट बंदी का एक साल सोशल मीडिया पर छिड़ा वार

नई दिल्ली - एक साल नोट बंदी का कोई जश्न मना रहा है और कोई विरोध दर्शा रहा है | 50 दिन तो बीत गये लेकिन अब तो पूरा एक साल बित गया, Modi जी कुछ भी सही साबित नहीं कर पाये लेकिन एक और वादा करा था की आप कहोगे वो चौराहा पर मिलुंगा, लेकिन मोदी जी चौराहे की चाय पी लेते तो भारत के सवा सो करोड़ देशवासियों की तकलीफों का अहसास जरूर हो जाता |

राहुल गाँधी ने नोट्बंदी को डिजास्टर माना है उन्होंने Tweet कर कहा है की Demonetisation is a tragedy. We stand with millions of honest Indians, whose lives & livelihoods were destroyed by PM’s thoughtless act.
यही नहीं शायरी भी पेश की गई है "एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है

तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना"

आज 8 नवम्बर को नोटबंदी के बारे में सोशल मीडिया पर वार छिड़ा हुआ है भजपा जहाँ इसे अपनी जीत बता रही है इमानदारों के अच्छे दिन आने की बात कह रहीं है वहीँ विपक्ष इसपर मोदी सरकार पर हमलावर है |


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