खेल में माहिर डीआईओएस राम खेलावन वर्मा ने पासवर्ड बदल कर दिया नकल माफिया के सपनो को अंजाम

खेल में माहिर डीआईओएस राम खेलावन वर्मा ने पासवर्ड बदल कर दिया नकल माफिया के सपनो को अंजाम

पटल सहायक के अधिकारों में दखलनदाजी दे रहा राम खेलावन वर्मा डी आई ओ यस गोण्डा

गोण्डा (एच पी श्रीवास्तव) आखिर ऐसा क्या था जो अपने विभाग के ही कर्मचारी से छुपा रहे थे रामखेलावन । अपने और अपनों के सपनों को उड़ान देने के लिए डीआईओएस गोण्डा ने बड़े ही शातिराना तरीके से एक खेल को अंजाम दिया और वेबसाइट पर अपलोड करने और फिर जुसमे छेड़छाड़ करने के लिए बहुत ही गोपनीयता बरती और इस काम को आधिकारिक रूप से कर रहे पटल सहायक को भी भनक नही लगने दी और पासवर्ड बदल दिया । कुर्सी की गरिमा को तारतार कर नक्सल माफियाओं के साथ मिलकर जो खेल खेला जा रहा है उसे उजागर किया विभाग की ही कर्मचारी ने और जो आरोप लगाए हैं उसकी जांच तो होनी ही चाहिए ।


पैसे के लिए इंसान किस हद तक गिर कर कार्य कर सकता है इसकी बानगी आप गोंडा जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक रामखेलावन वर्मा के कार्यशैली से देख सकते हैं ! जिनके द्वारा बोर्ड परीक्षा 2018 में दागी व मानक विहीन विद्यालयों के सत्यापन में जमकर खेल खेलते हुए बोर्ड की उपलब्ध साइट पर विद्यालय द्वारा दिए गए सूचनाओं से हट के आंकड़े उपलब्ध कराएं हैं , वही परीक्षा पटल देख रहे वसीर अहमद खान के कार्यों में भी स्वयं की दखलंदाजी देते हुए नकल माफियाओं के साथ मिलकर दागी व मानक विहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने के लिए खेल खेल रहे है !


सूत्रों के अनुसार तो नकल माफियाओं का गढ़ माने जाने वाला गोंडा जनपद में सरगना के रूप में अप्रत्यक्ष रुप से यह अपनी भूमिका निभा रहे हैं ! लोगों के अनुसार इनके टीम का बस एक ही नारा है कि
" रघुपति राघव राजा राम, जितना पैसा उतना काम !! "
इस टीम को विद्यालयों द्वारा पैसे का वजन ज्यादा उपलब्ध कराया जाता है तो उस विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनवाते हुए परीक्षा देने वाले बच्चों की संख्या बल भी अधिक होने का अश्वासन भी इन लोगों के द्वारा प्रदान किया जाता है !

पासवर्ड बदलने का क्या है पूरा मामला

जिला विद्यालय निरीक्षक गोंडा राम खेलावन वर्मा की कार्यशैली को लेकर इनके ऊपर नित्य प्रति-दिन विभागीय व बाहरी लोग कुछ ना कुछ आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं !
इसी क्रम में परीक्षा पटल देख रहे वसीर अहमद खान ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि 28 अप्रैल 2017 के बाद बोर्ड साइट की उपलब्ध पासवर्ड को बदल कर विभागीय जिम्मेदारों ने काम किया है ! श्री खान ने बताया कि हमारा पासवर्ड जिला विद्यालय निरीक्षक गोंडा ने अपनी व्यक्तिगत डायरी में नोट कर लिया था जिसके माध्यम से पुराना पासवर्ड बदल कर उस साइट पर कार्य किया है !

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