मैं भी ब्यूरोक्रेट के परिवार से हूं ,अपनी ट्रेनिंग करो और निकल लो

  • योगी राज में यह है अधिकारियों का सम्मान
  • अधिकारियों से हो रही जमकर गुंडागर्दी

बाराबंकी -स्वच्छ प्रशासन और कानून व्यवस्था सुधारने की दुहाई दी जा रही है । कोई भी अधिकारियों के काम मे हस्तक्षेप नही करेगा कानून अपना काम करेगा । यह दावे हैं सरकार के लेकिन उसकी किरकिरी कराने में उन्ही के लोग सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं । डीएम के ऊपर आरोप प्रत्यारोप का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था इसी बीच सांसद प्रियंका रावत का नया एपिसोड अब एसडीएम के खिलाफ शुरू हो गया है । एसडीएम की ग्सलती केवल इतनी है कि वह सरकारी आदेश का पालन कर रहे हसीन उन्हें नसीहत दी जा रही है अपनी ट्रेनिंग पूरी करो और चलते बनो ।
बदजुबान भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत व उनके प्रतिनिधि ने भाजपा नेता द्वारा किये गए अवैध अतिक्रमण को हटवाने गए एसडीएम से की बदज़ुबानी व अभद्रता , घेराव कर कब्जा हटाने से रोका , बचकर भागे एसडीएम व उनकी राजस्व टीम ।

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिलों में एंटी भू माफिया टास्क फोर्स का गठन कर भूमाफियाओं की सूची बनाकर सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाने के सख्त निर्देश जिलों के डीएम व राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिए हैं जिसका पालन करने के लिए अधिकारी भी जुटे हुए हैं लेकिन इस आदेश का पालन करने में कुछ रुकावटें भी है और यह रुकावट वही भाजपा नेता पैदा कर रहें हैं जिन्होंने खुद ज़मीनों पर अवैध कब्ज़े कर रखे हैं हैं यही भाजपा नेता व जनप्रतिनिधि योगी आदित्यनाथ के आदेशों की खुलेआम धज्जिया उड़ा रहे हैं ।


- मामला थाना सफदरगंज क्षेत्र के चैला गांव का है जहाँ तालाब व सरकारी स्कूल की ज़मीन पर वहां के भाजपा मंडल अध्यक्ष आलोक सिंह का कब्ज़ा है जिस पर से अवैध अतिक्रमण हटाने गये नायब तहसीलदार व राजस्व विभाग की टीम से ग्रामीणों की नोकझोंक के बाद के एसडीएम अजय कुमार द्विवेदी को मौके पर बुलाया गया तब सांसद प्रतिनिधि राजेश वर्मा और एस डी एम के बीच नोक झोंक होने लगी /

भारी संख्या मे मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओ व ग्रामीणो की संख्या बढती देख एस डी एम मौके से जाने लगे तभी सांसद प्रतिनिधि श्री वर्मा एस डी एम की ओर बढते हुये कहा कि जनता के नौकर हो इस समस्या का समाधान करके ही जाना पडेगा जिसके बाद जिले के अधिकारियों से बदज़ुबानी करने के लिए चर्चित बदजुबान भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत का पारा सातवें आसमान पर पहुच गया और उन्होंने एसडीएम अजय द्वेवेदी को अपने रौब में लेते हुए अभद्रता की सारी हदें पर कर दी

भाजपा सांसद और उनके प्रतिनिधि ने ना तो एसडीएम के पद और सम्मान का ध्यान रखा और न अपनी इज़्ज़त और रुतबे का , इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ताओ मे खांसा तनाव देखते हुये थाना पुलिस सफदर गंज व एसडीएम के सुरक्षा कर्मी एसडीएम को घेरे मे लेकर चलने लगे लेकिन भाजपा सांसद प्रियंका रावत हालात को संभालने की जगह वहां मौजूद भीड़ को एसडीएम के खिलाफ उकसाने लगीं और एसडीएम के लिए ......खेद दो जरा इसे .....

वजह कुछ भी हो लेकिन अब देखने वाली बात यह होगी कि पहले एएसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह की खाल खींचने की धमकी और उसके बाद जिले के डीएम अखिलेश तिवारी को पैसे का लालची भ्रष्ट बताने और अब एक आईएएस और अंडर ट्रेनिंग एसडीएम अजय दिवेदी के खिलाफ अभद्रता की सारी सीमाएं पर करने वाली भाजपा की इस बदजुबान सांसद पर सभी सांसदों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब कौन सा नया सबक सिखाते हैं ।

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