गठजोड़ ,जातीय राजनीति ,नाराजगी फिर भी वोट मोदी को

गठजोड़ ,जातीय राजनीति ,नाराजगी फिर भी वोट मोदी को

अह्मदंबाद - शुरूआती रुझानों में भाजपा के माथे पर बल पड़ने के बाद अब भाजपा के लिए राहत दर राहत बढ़ती ही जा रही है | अब तत्काल के रुझानों में भाजपा को 182 सीटों के रुझानों में भाजपा अब 105 सीटों पर बढ़त बना चुकी है जो सरकार बनाने के लिए एक सेफ रुझान है और कांग्रेस अब छिटक कर 75 पर चली गई है जो शुरुआत में नेक टू नेक फाईट कर रही थी | गुजरात के सीएम विजय रुपानी भी अब 7500 वोटों से आगे चल रहे हैं | गुजरात के चुनाव ने भाजपा को भले ही अभी तक के रुझानों से साफ़ किया है की सरकार तो उन्हें बनाने का मौका देंगे लेकिन यह भी तय कर दिया है की लगाम कसी रहेगी | गुजरात के चुनाव ने यह भी साफ़ कर दिया है कि जनता अब कुछ चेंज चाहती है केवल वादों से काम नहीं बनेगा |

भाजप सरकार बनाती भी है तो यह उसे सोचना होगा की लोग जो चाहते हैं वह उन्हें दिया जाए न की सत्ता पर काबिज रह कर सभी चीजें थोप दी जाए क्योंकि सत्ता ऐसा चाहती है | भाजपा ने इस चुनाव में सारे दांव खेले पुरी ताकत लगा दी और तब जाकर यह रुझान मिला है यह साबित करता है कि 22 साल में जिस जनता ने सर आंखों पर गुजरात में बैठाया अब वह धीरे धीरे छिटकी क्यों भाजपा को यह सारे फैक्टर परेशान कर सकते हैं |

हिमाचल में भाजपा ने यह मान लिया था की वह चुनाव जीत ही रहे हैं और इस चुनाव में भाजपा ने बहुत कुछ अपनी ताकत नहीं झोंकी ,लेकिन हिमाचल में जो परिणाम या यूँ कहें रुझान दिख रहे हैं वह अकेले हिमाचल के नेत्रत्व की जीत है |

कांग्रेस ने जो जातीय समीकरण से गुजरात चुनाव को साध्नेव की कोशिस की वह भी अब घुटनों के बल आती दिख रही है | इस जातीय गणित जो शुद्ध रूप से एक व्यापारिक समझौता था वह भी गुजरात की जनता ने नकार दिया है | गुजरात की जनता यह भी जान चुकी है की यह पुरी तरह से एक तात्कालिक समझौता था और इसका कोई भी लोगों के मेल मिलाप तक संभव नहीं है |

Share this story