अगर बुढ़ापे में भी दिखना है जवान तो ऐसे रखे चेहरे का ख्याल

अगर बुढ़ापे में भी दिखना है जवान तो ऐसे रखे चेहरे का ख्याल

डेस्क- हर कोई चाहता है कि वो बुढ़ापे में भी जवान दिखे 20-30 की उम्र तक हमारी त्वचा खिली- और चमकदार रहे जिसका मुख्य कारण त्वचा को उचित पोषण न मिलना, प्रदूषण या कोई बीमारी होती है। लेकिन अगर आप इस उम्र में भी अपनी स्किन पर थोड़ा ध्यान दें और उसकी सही तरह से देखभाल करें, तो आपको ये लक्षण छू भी नहीं पाएंगे मौसम कोई भी हो धूप में ज्यादा देर रहना आपकी त्वचा के लिए अच्छा नहीं है।

धूप विटामिन डी का अच्छा स्रोत है लेकिन ओजोन पर्त में छेद की वजह से कई हानिकारक किरणें भी इसके साथ आती हैं। इसलिए दोपहर की तेज धूप की बजाय सुबह की गुनगुनी धूप आपकी सेहत के लिए अच्छी है। इससे आपको विटामिन डी भी मिलेगा और स्किन की समस्याएं भी नहीं होंगी। इसलिए सर्दी, गर्मी या बरसात कोई भी मौसम हो, घर से बाहर निकलते समय आपको सनस्क्रीन जरूर लगाना चाहिए। ये धूप से होने वाली परेशानियों से आपको बचाता है।

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प्रदूषण की वजह से आपको त्वचा संबंधी कई रोग हो सकते हैं। ये रोग कई बार चेहरे या हाथ-पैर में निशान छोड़ जाते हैं, जिनसे आपकी त्वचा खराब दिखने लगती है। इसी तरह धूल आपके चेहरे के पोर यानि रोम छिद्रों को बंद कर देती है। चेहरे की त्वचा को स्वस्थ रहने के लिए इन पोर्स का खुला होना जरूरी है क्योंकि इसी से त्वचा को ऑक्सीजन और अन्य जरूरी पोषण मिलता है। इसलिए धूल और प्रदूषण से बचाव के लिए अपने चेहरे और शरीर को ढक कर रखें। बाहर निकलते समय पूरे बांह के कपड़े पहनें और चेहरे को स्कार्फ से ढक लें।

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स्किन को मॉश्चराइज करना बेहद जरूरी है। ऐसा न करने पर त्वचा रूखी होकर खिंचने लगती है। त्वचा को अगर पर्याप्त नमी नहीं मिलती है, तो तीस की उम्र के बाद झुर्रियों के निशान धीरे-धीरे दिखने लगते हैं। मॉश्चराइजर लगाने से त्वचा को पोषण और नमी दोनों मिलते हैं इसलिए ये निशान जल्दी नहीं उभर पाते। इसके लिए आपको ऐसा मॉश्चराइजर प्रयोग करना चाहिए जिसमें विटामिन सी और बायो आयल हो। इसके अलावा आपको दिन भर में कम से कम 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए।

आंखों के नीचे की त्वचा अपनी वास्तविक रंगत खोने लगती है इसलिए इस उम्र में आंखों का खयाल रखना बेहद जरूरी है इसके लिए आईक्रीम का इस्तेमाल करें। इससे आंखों के पास की त्वचा में पर्याप्त नमी रहेगी ध्यान रखें कि कम सोने से या आंखों को बार-बार रगड़ने से भी ये निशान आ जाते हैं इसलिए आंखों के लिए नींद पूरी होना जरूरी है।

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