सपने में मिली थी शिवलिंग जिसकी स्थापना हुई महादेव मंदिर के रूप में

सपने में मिली थी शिवलिंग जिसकी स्थापना हुई महादेव मंदिर के रूप में

बाराबंकी - पौराणिक महाभारत कालीन शिवमंदिर महादेवा में शिवभक्तों का जनसैलाब लेकिन जिला प्रशासन ने नही कर रखे थे उचित इंतज़ाम , अव्यव्यस्थाओ के बीच सम्पन्न हुआ महाशिवरात्रि जलाभिषेक ।

- महाशिवरात्री पर आज उत्तर प्रदेश के कई जिलों से शिव भक्त बाराबंकी महाभारत कालीन प्राचीन शिव मंदिर महादेवा पहुंचे हुए है और जिले में सभी जगह भम भोले शिव शंकर के जयकारो से गूँज रहा है ! शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए शिव भक्तों का जमावड़ा लगा हुवा है ! शिवभक्त कंधें पर काँवर रख कर सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके महादेव मंदिर पहुंचे हुए है ! बाराबंकी का ये महादेवा मंदिर हजारों वर्ष पुराना महाभारत कालीन समय का है ! ये मंदिर लोधेश्वर महादेश के नाम से भी प्रसिद्द है !
घाघरा नदी के किनारे स्थित इस महादेवा शिवमंदिर की शिवलिंग एक खेत से निकली थी और ये खेत था किसान लोधेराम है ! पौराणिक कहानी के अनुसार एक दिन किसान लोधेराम अपने खेतों में पानी लगाए हुए थे और बड़े परेशान थे क्योकी सिचाई का सारा पानी एक गड्ढे में जा रहा था और वो गड्ढा पानी से भी नहीं भर रहा था ! रात को किसान लोधेराम परेशान होकर घर लौट आये और उन्होंने सप्न में देखा जहा जिस गड्ढें में पानी जा रहा था वहा भगवान शिव भोलेनाथ की शिवलिंग थी ये वही शिवलिंग थी जिसे माता कुंती महाभारत में पूजा अर्चना करती थी ! किसान सुबह सुबह खेत पहुंचा और वहा खोदाई करवाई जहा हकीकत में शिवलिंग थी उसी के बाद से ही उसी स्थान पर ये शिवलिंग आज भी स्थापित है !
वर्षों पुराने इस पौराणिक शिव मंदिर में हरसाल पूरे प्रदेश भर से लाखों श्रद्धालु व कावड़िया यहां आते हैं और फिर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं हरसाल जिला प्रशासन अपनी देखरेख में श्रद्धालुओं कांवरियोंके आवागमन उनके रहने और स्नान आदि की व्यवस्था करता है साथ ही साथ सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम भी जिला प्रशासन के ही जिम्मे होता है लेकिन इस बार श्रद्धालुओं व मंदिर के पुजारी की माने तो जिला प्रशासनके इंतजाम दुरुस्त नहीं हैं ना तो कांवरियों के रुकने की कोई व्यवस्था थी ना ही इतनी भारी मात्रा में दूर दराज से आए श्रद्धालुओं के स्नान की कोई व्यवस्था थी और ना ही सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक प्रबंध था जिसकी वजह से श्रद्धालु व मंदिर के पुजारी आदित्य महाराज ने भविष्य में सरकार और प्रशासन से और व्यापक व उचित व्यवस्था कराने की मांग की है ।
मान्यता है की इस शिव मंदिर में जो भी शिवभक्त जलाभिषेक करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है खासकर महाशिवरात्री के दिन यहाँ शिव भक्तों का जनसैलाब ऐसा दिखता है की सभी जगह शिवभक्तों का जमावड़ा मिलता है !

Share this story