बच्चों ने लगाया परीक्षा केंद्र पर नकल कराने का आरोप

बच्चों ने लगाया परीक्षा केंद्र पर नकल कराने का आरोप

बाराबंकी- सरकार की परीक्षा में नकल न करने की नीति को परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक और प्रशासन पलीता लगाने में लगा हुआ है यहां डिप्टी सीएम जनपद जनपद जाकर औचक निरीक्षण कर रहे हैं और अधिकारियों को कड़े निर्देश दे रहे हैं लेकिन इसके बाद भी हैदरगढ़ कस्बे के प्रकाश इंटर कालेज के परीक्षा केंद्र के प्रबंधक और प्रधानाचार्य का दबदबा ऐसा है कि दबाव बनाकर नकल न कराने वाली परीक्षा कराने की सरकार की नीति की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं जबकि केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं।

गुरुवार को जब दूसरी पाली में इंटर की परीक्षा चल रही थी की आये हुए जांच दल परीक्षा का हाल जानने के लिए पहुंचा जिसपर परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों ने कुछ बात करनी चाही। जिस पर जांच दल में आई महिला से कुछ छात्राओं ने जैसे ही अपनी बात कही विद्यालय प्रशासन दबाव बनाते हुए कमरे में अपनी बात कहने को कहने लगा। जिस पर जांच दल में आई महिला से अपनी बात मौके पर करने के लिए कहा। जिस पर परीक्षार्थियों ने खुलकर अपनी बातें बताई और कहा कि केंद्र पर जमकर प्रबंधन द्वारा मनमाने तरीके से बच्चों को नकल कराई जाने की और परीक्षा समाप्त होने के बाद कुछ मनचाहे बच्चों को रोककर नकलविहीन परीक्षा की सरकार की नीति को खुलेआम मखोल बनाने की बात बताई।

महिला द्वारा उनकी बात नही सुनी गई और कार्रवाई करने की बात कही गई। जानकारी ये भी हुई की बच्चो को महिला के नाम के बारे में जानकारी नही थी और इसके पहले भी परीक्षा केंद्र पर नकल होने के बारे में बच्चों द्वारा अपने अभिभावकों को बताया गया लेकिन परीक्षा में फेल कर देने के डर से अभिभावकों ने इसकी शिकायत किसी से नहीं करी। जब संवाददाता द्वारा इसके बारे में उप जिलाधिकारी से बात करी गई और बच्चों से भी बात कराई गई तो बच्चों ने पूरी बात विस्तार से बताई। उप जिलाधिकारी संतोष कुमार ने जांच करके कार्रवाई करने की बात कही ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि जब केंद्र व्यवस्थापक परीक्षा केंद्र जिम्मेदार है तो प्रबंधतंत्र का हस्तक्षेप कैसे हो सकता है। विद्यालय में सीसीटीवी निगरानी के लिए लगाए गए हैं लेकिन फिर भी नकलविहीन परीक्षा को कैसे चूना लगाया जा रहा है। ऐसे में बच्चों का भविष्य गर्त में जाता हुआ दिख रहा है और सरकार की नीति को खुलेआम माखौल उड़ाया जा रहा है ।

पिछली सरकार में अपने पहुंच और बलबूते पर परीक्षा केंद्र बनवाया गया था उसी पहुँच का इस्तेमाल करते हुए सूत्रों के अनुसार जांच करने आई महिला पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जानकारी ये भी हुई है कि जिस विषय की परीक्षा हो रही है उसी विषय के अध्यापको द्वारा ड्यूटी भी की जा रही है। बच्चो ने बताया कि ऐसे में जहाँ प्रतिभावान बच्चो का मनोबल गिरता है तो वही सभी नकल की ही फिराक में लग जाते है। प्रबंधतंत्र के सपा सरकार में अच्छी पैठ होने की वजह से खुलेआम भाजपा सरकार की नीति को मखौल उड़ाया जाने से जरा सा भी नहीं कतरा रहे हैं।

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