शर्म नही आती बेगैरत वालों को कैसे सफल होगा #आपरेशन क्लीन गोण्डा
गोण्डा (एच पी श्रीवास्तव ) #आपरेशन क्लीन गोण्डा के तहत गोण्डा जिले में चलाए जा रहे सफाई संबंधी जागरूकता अभियान में जिले की तस्वीर जो सामने आ रही है उसमे दिखता है किस तरह से जिम्मेदार लोगों की लापरवाही के कारण गोण्डा पूरे देश मे बदनाम हुआ और सबसे गंदे जिले का तमगे का कलंक उसके माथे पर लगा ।
यह दंश उस समय और भी बढ़ जाता है जब गोण्डा का रहने वाला कोई बाहर जाता है तब उसे जबर्दस्त शर्मिंदगी का एहसास होता है ।
सवाल यह है कि जिम्मेदार कौन है इसके लिए जो लोग जिम्मेदार है उन्हें इस बात पर भी धर्मिन्दगी नही आती की यहां वह बैठते है उसी के आसपास इतनी गंदगी रहती है तो फिर क्षेत्र में क्या संदेश देंगे ।
यह नजारा एक ऐसे कार्यालय के पास का है जहां से ब्लाक की सारी योजनाएं संचालित होती है ।गोण्डा शहर से सटे झंझरी ब्लाक के पास इतनी गंदगी और वहां के लोग बताते है कि यहां कहीं भी सफाई कर्मी सफाई के लिए आता ही नही ।
ग्राम पंचायत पूरे शिवा बख्तावर में बरसों से इस स्थान पर नहीं आते हैं सफाई कर्मी ,दीपक तले अंधेरा वाली कहावत यहां हो रही चरितार्थ, यहीं से पूरे विकासखंड को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले मुख्यालय के बगल का आलम बद से बदतर लानत है ऐसे जिम्मेदार लोगों पर जिनकी इतनी भी नही चलती है कि वह सफाई व्यवस्था को अंजाम दिला सकें उनके पास अधिकार है सफाई कर्मियों की फौज है लेकिन अगर कुछ नही है तो उस मानसिकता की जो उन्हें सफाई के लिए प्रेरित कर सके ऐसे में कोई भी अभियान अगर ऐसे ही गैर जिम्मेदार और नकारा लोगों के जरिए चलाया गया तो उसका अंजाम भी भी पहले से ही पता होना चाहिए ।
इस झंझरी ब्लाक में ब्लाक स्तर के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी बैठते है लेकिन उनकी नजर लगता है कि सफाई व्यवस्था पर न होकर कहीं और रहती है ।
जब जिम्मेदार ही मस्त रहेंगे तो फिर सफाई कर्मी क्यों अपने आराम में खलल डालने लगा ।
अगर अभी भी लोग जागरूक नही हुए तो गोण्डा के कलंक को कोई मिटा नही पायेगा । खामियाजा तो वही जनता भुगतेगी जिसका नाम गोण्डा से जुड़ा हुआ है ।