राजस्व विभाग की लापरवाही बनी कोरियाई नागरिक की जान का जंजाल

राजस्व विभाग की लापरवाही बनी कोरियाई नागरिक की जान का जंजाल

बाराबंकी- हमारे देश में व्यापार की असीम संभावनाएं हैं और विदेशी पूंजी निवेश को हमारे देश में हमेशा से ही प्रोत्साहन दिया जाता रहा है और शायद यही वजह है कि विदेशों से लोग भारत में अपना पूंजी निवेश करते हैं और यहां व्यापार करते हैं साथ ही यहां इससे देश की आर्थिक उन्नति होती है वहीं दूसरी तरफ हमारे देश के नौजवानों को बेरोजगारों को रोजी-रोटी भी मिलती है भारत के उदार नियम और कायदे-कानूनों का अनर्गल फायदा उठाकर कई विदेशी नागरिक देश के पिछड़े हुए इलाकों में आकर अपना व्यापार करते हैं और राजस्व विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ करके बाकायदा फर्जी तरीके से दस्तावेजों में हेरफेर कर भारत की नागरिकता भी हासिल कर लेते हैं लेकिन जिला प्रशासन की नींद जब काफी वर्षों बाद खुलती है तो उस वक्त यही विदेशी नागरिक खुद जिला प्रशासन के लिए गले की फांस बन जाते हैं।

ऐसा ही एक मामला बाराबंकी जिले के प्रशासनिक अधिकारीयों के लिए मुसीबत बन गया है जहां कई वर्षों पहले सन 2012 में विजिट बीजा पर बाराबंकी आये कोरियाई नागरिक एन बियुंग किल ने फतेहपुर तहसील क्षेत्र के घुंघटेर कस्बे में पहले तो ज़मीन खरीदी और फिर उस ज़मीन पर बाकायदा भवन बनाकर प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन योजना के तहत प्रशिक्षण केंद्र भी खोल दिया और फिर उस प्रशिक्षण केंद्र में ग्रामीण बेरोजगार युवक युवतियों को प्रशिक्षण भी दिया जाने लगा।

इस कोरियाई नागरिक एन बियुंग किल के लिए तब मुश्किलें बढ़ गयी जब इस कोरियाई नागरिक द्वारा दिए गए दस्तावेजों में खुद को भारतीय नागरिक दर्ज़ किये जाने सम्बन्धी अभिलेखों की प्रमाणिकता पर लोगों को संदेह हुआ मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने इस गंभीर मामले की जाँच के लिए एडीएम के नेतृत्व में जाँच कमेटी गठित कर अपनी रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है वहीँ दूसरी तरफ जिले के एसपी अनिल कुमार सिंह इस कोरियाई नागरिक के मामले में उच्चाधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत इस कोरियाई नागरिक को देश छोड़ने का आदेश जारी करने की बात कह रहे हैं।

वजह कुछ भी हो जाँच मे भले ही कोई नतीजा सामने आये मगर इस मामले में राजस्व विभाग के उन अधिकारीयों पर भी सख्त कार्यवाही करने की जरूरत है जिनकी सांठगांठ और खाऊ कमाऊ नीति के चलते बगैर जांच किये एक कोरियाई नागरिक को अँधेरे में रखकर भारतीय नागरिक बना दिया गया जिसका खामियाज़ा एन बियुंग किल को उठाना पड़ रहा है।

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