नाम इज्जतघर लेकिन लगा रहता है ताला गोण्डा में इस तरह चल रहा स्वच्छता अभियान

नाम इज्जतघर लेकिन लगा रहता है ताला गोण्डा में इस तरह चल रहा स्वच्छता अभियान
  • SDM सदर को अपने परिसर के ही गतिविधियों की जानकारी नहीं
  • इज्जत घर में लटक रहा ताला, कोई नहीं इसे पूछने वाला

गोण्डा (एच पी श्रीवास्तव) स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पूर्व वर्षों में हुए सर्वेक्षण के आधार पर गोंडा जनपद देश के सबसे गंदे शहरों में शुमार हुआ वही जनपद के जिम्मेदार अफसरान स्वच्छ भारत मिशन की हवा निकालते हुए इसके साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ! जनपद में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत करोड़ों रुपए फूंक जा चुके हैं पर वही "ढाक के तीन पात " वाली कहावत इस मिशन में फल-फूल रही सी दिख रही है ! आइए आपको इस मिशन की एक बानगी तहसील सदर मुख्यालय परिसर से आपको अवगत कराते हैं !

प्रधानमंत्री मोदी के घर घर शौचालय के अभियान के चलते इस शब्द ''इज्जतघर'' से जनपद, प्रदेश ही नहीं देश का हर नागरिक परिचत हो चुका है और इस शब्द का मतलब भी जान गया है परन्तु नगर क्षेत्र के प्रशानिक परिसर तहसील भवन में एक इज्जतघर क्षेत्र पंचायत झंझरी द्वारा ऐसा भी बनवाया गया है जिसके बारे में तहसील के आलाअधिकारी भी अनजान है। जी हां ऐ इज्जतघर सदर तहसील के मुख्य प्रशासनिक भवन के ठीक बगल बना है देखने से तो यह साधारण सा शौचालय लगता है परन्तु इसमें लटक रहा ताला इसे विशेष बना रहा है जो यह बताता है कि यह या तो प्रयोग में नहीं आ रहा या फिर इसे किसी ओैर मकसद के लिए बनाया गया है।

क्या कहती हैं उप जिलाधिकारी सदर अर्चना वर्मा

इस रहस्यमयी इज्जतघर की जानकारी के लिए जब सदर एसडीएम अर्चना वर्मा से सम्पर्क किया गया तो उन्होनें जो जवाब दिया उसने इस इज्जतघर को रहस्यमयी बना दिया उनका जवाब चौंकाने वाला था।

सदर एसडीएम अर्चना वर्मा ने पूछते ही इस इज्जतघर की जानकारी होने से ही पूरी तरह अनभिज्ञता जाहिर कर दी जिसने यह सोंचने पर मजबूर कर दिया कि जब उनके परिसर में बने इस इज्जतघर की जानकारी उन्हें ही नहीं है तो फिर कौन इसके बारे में जानकारी दे पायेगा। फिलहाल यह रहस्य अभी तक बरकरार है कि ये इज्जतघर आखिर किसने बनवाया और क्यों बनवाया।

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