सरकारी स्कूलो में बच्चो की संख्या बढाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने निकला एक अनोखा तरीका

पीलीभीत-पीलीभीत में सरकारी स्कूलो में बच्चो की संख्या बढाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने नया अनोखा तरीका अपनाया है। यहाॅ ‘‘स्कूल चलो अभियान’’ के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा विभाग कई दिनों से शाम के समय गांवो में चैपाल लगा रहा है। जो रात तक चलती है, चैपाल में बच्चो को स्कूल भेजने की अपील की जा रही है, वही नये बच्चो के एडमीशन भी कराये जा रहे है। चैपालो में ग्रामीण बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है और स्कूल के अलावा गांवो की अन्य समस्याए भी बता रहे है। जिन्हे बेसिक शिक्षा विभाग अन्य विभागो को बताकर निस्तारण करने का प्रयास भी कर रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि कम से कम इस सत्र में नये दस हजार बच्चो के दाखिले का लक्ष्य है जो वो जल्द ही पूरा लेगें।

पीलीभीत के गांवों में आजकल पेडों के नीचे रात में चैपाले लग रही है। गांव की किसी समस्या को लेकर यह चैपाल किसी ग्राम प्रधान ने नही बुलाई है, बल्कि यह स्कूल चलो अभियान के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा विभाग लगा रही है। इसमें ग्रामीणो को ज्यादा से ज्यादा बच्चो को सरकारी स्कूलों में दाखिले कराने की बात पर जोर दिया जा रहा है। रात में लगाने का मकसद यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग दिन के समय खेतों में होते है और शाम को फुर्सत में होते है। इसी के चलते बेसिक शिक्षा विभाग यह चैपाल शाम को लगा रही है। विभाग की यह रणनीति कामयाब भी हो रही है, चैपालों में सैकडो की संख्या में बच्चें-बूढे-जवान हिस्सा ले रहे है रोजाना जिस गांव में चैपाल लगायी जाती है|

ग्रामीण भी खुलकर बोल रहे
वहाँ कम से कम 20 नये बच्चो के एडमीशन स्कूल में हो जाते है। साथ ही ग्रामीणो से बीएसए सीधे बात कर रहे है जिससे ग्रामीण भी खुलकर बोल रहे है और समस्याओ से अवगत करा रहे है। ज्यादातर अभिभावको की शिकायत है कि बच्चो की संख्या के सापेक्ष शिक्षक नहीं है। जिसे बीएसए मौके पर ही शिक्षक को नियुक्त कर निपटा रहे है, इसके साथ ही ग्रामीण गांव के विकास से जुडी समस्याएं भी बीएसए को बता रहे है जिसे वो अन्य विभागो के पास पहुचा रहे है जिससे ग्रामीणो को काफी राहत मिल रही है।

इस वर्ष 10,000 नये छात्र-छात्राओ को पंजीकरण करने का लक्ष्य रखा
बीएसए इन्द्रजीत प्रजापति की माने तो विभाग ने इस वर्ष 10,000 नये छात्र-छात्राओ को पंजीकरण करने का लक्ष्य रखा है जो चैपाल के माध्यम से साकार हो रहा है, क्योंकि जो अभिभावक बच्चो को स्कूल न भेजकर दूसरे काम धंधो पर लगा रहे थे। उन्हे चैपाल के माध्यम से आमने सामने बात करके समझाया जा रहा है। अभी तक इस सत्र में 5000 नये छात्र छात्राओ को पंजीकृत करा लिया गया है और जल्द ही 10000 का लक्ष्य पूरा हो जाने की बात कही जा रही है ग्रामीणो के साथ ही बच्चे व अभिभावक भी इन चैपालो में पहुचकर बीएसए को स्कूलो की समस्याओ से अवगत करा रहे है।


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