पी डब्लू डी गोण्डा के एक्सईएन का कारनामा गिरगिट को भी मात कर देने वाला है

पी डब्लू डी गोण्डा के एक्सईएन का कारनामा गिरगिट को भी मात कर देने वाला है

गोण्डा -साहब बहुत बड़े ड्रिंकर है हमेशा पी कर आफिस में बैठते हैं । यह किसी छोटे मोटे नही लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड -1 के अधिशाषी अभियंता रघवीर सिंह के बारे में उन्ही का कर्मचारी बताता है । नीचे के कर्मचारी परेशान ऊपर के अधिकारी परेशान लेकिन साहब है कि गोण्डा सहित बड़े अधिकारियों की आंखों में धूल झोंके जा रहे हैं यही नही सीधे सीएम योगी के निगरानी में काम कर रहे जनसुनवाई पोर्ट्ल भी यह साहब झूठी रिपोर्ट भेज देते हैं ।
रघुवीर सिंह के कारनामे को होशो हवास में अगर यह अपने पत्र खुद पढ़ें तो इन्हें खुद पता चल जाएगा कि यह हवा में कलाबाजियाँ करते हुए ही कुछ भी लिख देते है।
मामला लखनऊ रोड पर से अतिक्रमण हटवाने के बारे में है । दो अप्रैल को साहब लिखते हैं कि चिन्हांकन के लिए सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा गया है । यहां भी रघुवीर सिंह ने झूठ लिखा क्योंकि शासन द्वारा 2017 में ही अतिक्रमण को चिन्हित कर उनके नाम एंटी भूमाफिया पोर्टल पर अपलोड करना था जिसे भी इन साहब ने करना कोई जरूरी नही समझा चिन्हांकन करना पी डब्लू डी की जिम्मेदारी थी न कि प्रशासन की ।
अपने झूठे कारनामे को आगे बढ़ाते हुए निर्माण खंड- 1 के अधिकारी ने 4 अप्रैल को झूठी रिपोर्ट लगाई की अतिक्रमण हटाया दिया गया है ।
यह साहब यहीं नही रुकते यह रिपोर्ट 9 अप्रैल को लगाते है कि अतिक्रमण स्थल लोक निर्माण विभाग के खंड- 2 को 2 अप्रैल को ही स्थानांतरित कर दिया गया है ।
इस अधिकारी ने 2 अप्रैल से 9 अप्रैल के बीच इतने रंग बदल की गिरगिट भी शरमा जाए ।
अब सवाल यह उठता है कि जब दो अप्रैल को ही इनके द्वारा चार्ज हैंड ओवर कर दिया गया तो 4 अप्रैल को इनके द्वारा अतिक्रमण कैसे हटवाया गया ।
और जैसा कि इनके बारे में बताया जाता है कि साहब ड्रिंकर हैं तो इनके ऊपर भी बैठे अधिकारी बिना कुछ देखे ही मामले को निस्तारित कर देते है।
योगी सरकार जहां अक्षम अधिकारियों की अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति कर रही है वही रघुवीर सिंह जैसे अधिकारी जिन्हें न ही शासनादेश की फिक्र है और न ही सरकार को झूठी रिपोर्ट भेजने पर कार्यवाही का डर ऐसे बेलगाम अधिकारियों पर कब गिरेगी सरकार की गाज ।

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