बिहार MLC Election BJP, JDU और कांग्रेस का नामांकन जारी, CM नीतीश भी करेंगे नामांकन
पटना। बिहार विधान परिषद के चुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन है। सोमवार को जदयू, भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार नामांकन कर रहे हैं। उनके नाम का एलान रविवार को कर दिया गया। इसके पहले शुक्रवार को राजद के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था।अभी तक की स्थिति के मुताबिक चुनाव की नौबत नहीं आएगी। इस प्रकार सभी उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत लगभग तय है। नामांकन पत्रों की जांच के बाद उम्मीदवारों की जीत की घोषणा संभव है।
इन्होंने दाखिल किया पर्चा
आज पर्चा दाखिल कर चुके उम्मीदवारों में कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्र शामिल हैं। नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि वे एमएलसी के रूप में जनहित में बेहतर काम करेंगे। उन्होंने महागठबंधन को एकजुट बताया तथा कहा कि आने वाले समय में यह राज्य की बागडोर संभालने में सफल रहेगा।
विभिन्न दलों के ये हैं उम्मीदवार
जदयू ने अपने कोटे की तीन सीटों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रामेश्वर महतो, खालिद अनवर को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने अपनी एकमात्र सीट के लिए प्रेमचंद मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है। राजद के तीन व 'हम' के एक प्रत्याशी ने पहले ही पर्चे भर दिए हैं। इनमें राजद से राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्वे व सैयद खुर्शीद मोहसीन शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र व 'हम' के प्रत्याशी संतोष मांझी को राजद का समर्थन है।
सामाजिक समीकरण साधने का प्रयास
विधान परिषद चुनाव में कमोवेश सभी दलों ने सामाजिक समीकरण को साधने का प्रयास किया है। जदयू में वर्तमान एमएलसी संजय सिंह, चंदेश्वर चंद्रवंशी, उपेंद्र कुशवाहा व राजकिशोर कुशवाहा के नाम टिकट दावेदारों में शुमार थे, लेकिन पार्टी ने दो नए चेहरे को टिकट दिया। इनमें सीतामढ़ी के रामेश्वर महतो कुशवाहा समाज से आते हैं, जबकि खालिद अनवर अल्पसंख्यक वर्ग से होने के साथ ही एक उर्दू अखबार के मालिक भी हैं। इधर, भाजपा ने बिहार में एससी/एसटी एक्ट को लेकर जारी घमासान के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान को प्रत्याशी बनाया है। 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में संजय पासवान इकलौते दलित उम्मीदवार हैं।