राजस्थान में भाजपा विधायक की मौत, एक साल में तीन विधायक और दो सांसदों की मौत

जयपुर। राजस्थान भाजपा को एक और झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ विधायक धर्मपाल चौधरी का निधन हो गया है। चौधरी पिछले 20 दिन से गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। गुरूवार को दिल का दौरा पड़ने से चौधरी का निधन हो गया।

मुंडावर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे चौधरी का प्रदेश के जाट समाज में खासा प्रभाव था। पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में वे संसदीय सचिव भी रहे थे। चौधरी का दोपहर बाद उनके पैतृक गांव जाट बहरोड़ में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जाट बहरोड़ गांव पहुंचकर चौधरी के शव पर पुष्पचक्र अर्पित किया। अंतिम संस्कार के समय राजस्थान के पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़,श्रम मंत्री जसवंत यादव,विधायक रामहेत यादव,विधायक ज्ञानदेव आहुजा सहित भाजपा के कई नेता और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

राज्यपाल कल्याण सिंह ने चौधरी के निधन पर दुख: जताया है। चौधरी का जन्म 4 जुलाई,1954 को जाट बहरोड़ गांव में हुआ था और उन्होंने 12वीं कक्षा तक की शिक्षा ग्रहण की थी चौधरी के निधन से राज्य में भाजपा को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। इसी साल फरवरी में भाजपा विधायक कल्याण सिंह का निधन हुआ था । वहीं पिछले साल अगस्त में विधायक कीर्ति कुमारी की मौत हुई थी । कीर्ति कुमारी स्वाइन फ्लू से पीड़ित थी। पिछले साल ही अजमेर के सांसद सांवरलाल जाट और अलवर सांसद महंत चांदनाथ का निधन हुआ था। सांवरलाल जाट और धर्मपाल चौधरी का प्रदेश के जाट समाज में काफी प्रभाव था। इन दोनों ही नेताओं के निधन के कारण भाजपा को राजनीतिक रूप से काफी झटका लगा है।

इसी साल अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव होने की संभावना को देखते हुए धर्मपाल चौधरी के निधन से रिक्त हुई मुंडावर विधानसभा सीट पर उप चुनाव कराए जाने की संभावना कम ही नजर आ रही है। कीर्ति कुमारी के निधन के कारण रिक्त हुई मांडलगढ़ विधानसभा सीट और सांवरलाल जाट के निधन के कारण रिक्त हुई अजमेर एवं महंत चांदनाथ की मौत के कारण खाली हुई अलवर संसदीय सीट के लिए दो माह पूर्व हुए उप चुनाव में तीनों ही सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी।

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