जापान अभी भी उत्तर कोरिया पर नहीं बदलेगा रुख, ये बताई दबाव बनाने की वजह

टोक्यो: उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण रोकने का संकल्प लेने के बारे में जहां जापान ने कहा है कि वह संतुष्ट नहीं है और उकोरिया पर उसकी दबाव की नीति जारी रहेगी. वहीं दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया का यह कदम परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक प्रगति है. दरअसल, जापान का कहना है कि उत्तर कोरिया ने ‘छोटी एवं मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण छोड़ने’ का जिक्र नहीं किया है. जापान अभी उत्तर कोरिया पर दबाव जारी रखेंगे. बता दें कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने परमाणु हथियारों और मिसाइलों के और परीक्षण नहीं करने की घोषणा की है. किम की इस घोषणा से अमेरिकी प्रेसिडेंट काफी खुश हैं और उन्होंने इसे अच्छी बात बताई है.

जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा ने वॉशिंगटन में मीडियाकर्मियों से कहा, ”हम संतुष्ट नहीं है.” उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने ”छोटी एवं मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को छोड़ने” का जिक्र नहीं किया है. ओनोडेरा ने कहा, सामूहिक विनाश करने वाले परमाणु हथियारों और मिसाइलों के हथियारों के खात्मे तक वह प्योंगयांग पर दबाव बनाने की नीति जारी रखेंगे.

https://twitter.com/realDonaldTrump/status/987532088302886913

वहीं, जापान के इस रुख से अलग उसके सहयोगी और समर्थक दक्षिण कोरिया ने इसे परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक प्रगति बताते हुए उत्तर कोरिया की सराहना की. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा, ”उत्तर कोरिया का निर्णय परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक प्रगति है, जैसा विश्व चाहता है. उत्तर कोरिया की इस घोषणा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा, ”यह उत्तर कोरिया और पूरे विश्व के लिए एक अच्छी खबर है और एक बड़ी प्रगति है.” साथ ही उन्होंने कहा कि वह किम के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन को लेकर उत्साहित हैं.

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