घर से लेकर रसोई तक संभालती है यह प्रधान

घर से लेकर रसोई तक संभालती है यह प्रधान

महिलाओं के लिए मिसाल बनीं ग्राम प्रधान माहेजबी, अपने काम और फैसलों को लेकर बनाई अपनी पहचान, क्षेत्र की जनता भी इनकी मुरीद
बाराबंकी - हमारे देश में सदियों पुरानी प्रथा चली आ रही है कि अगर किसी की पत्नी एक जनप्रतिनिधि है तो उसका पति या उसका बेटा ही क्षेत्र में काम करता है। पत्नी को सिर्फ हस्ताक्षर करने के लिए ही याद किया जाता है। लेकिन बाराबंकी के सिद्धौर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कोठी की माहेजबी एक ऐसी प्रधान हैं जो अपने काम को लेकर क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे जिले में जानी जाती हैं। आइये आपको बताते हैं प्रधान माहेजबी की पूरी दास्तान...
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कोटी की महिला प्रधान माहेजबी ऐसी ही शख्सियत हैं, जो घर की रसोई से लेकर गांव की जनता और अधिकारियों तक अपने काम और फैसलों से के लिए जानी जाती हैं। दूसरों के लिए मिसाल साबित हो रही प्रधान माहेजबी ने खुद को काम और फैसलों से न सिर्फ साबित किया है बल्कि अपने इलाके में चौतरफा विकास भी किया है। माहेजबी की मेहनत का ही नतीजा है कि गांव की ज्यादातर जनता उनके काम से खुश है और तो और गांव की जनता की शिकायतें वे अपने स्तर से ही सुलझाने के लिए जानी जाती हैं। माहेजबी का कहना है कि मेरा गांव ही मेरा देश है। मेरी ये कोशिश रहती है कि मैं जनता को ज्यादा से ज्यादा समय जेता हूं। मैं सभी की मदद के लिए तैयार रहती हूं।
प्रधान माहेजबी एक ग्रेजुएट महिला हैं। माहेजबी अपने क्षेत्र के गरीबों के लिए अपने दिल में काफी हमदर्दी रखती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद प्रधान माहेजबी को सम्मानित कर चुके हैं और अब 24 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हें 24 अप्रैल को मध्य प्रदेश में सम्मानित करेंगे। ये सुनकर माहेजबी, उनके घरवाले और ग्रामीण काफी खुश हैं। माहेजबी ने अपने प्रधानी के कार्यकाल के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और महिला सशक्तिकरण के लिए क्षेत्र में कई बड़े काम किए हैं। माहेजबी ग्राम पंचायत की महिलाओं औक युवतियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रही हैं। अपने क्षेेत्र में हो रहे काम को लेकर माहेजबी काफी जुझारु हैं।
ग्राम प्रधान माहेजबी से जब हमने उसकी संघर्ष की दास्तान पूछी गई तो उन्होंने बताया कि मेरी प्रधानी के लगभग दो साल हो चुके हैं। मैंने अपने क्षेत्र में शिक्षा पर विशेष बल दिया है। इसके अलावा स्वास्थ्य और स्वाक्षता को लेकर मैंने कई काम किए हैं। मैं मुस्लिम महिला हूं और नकाब पहनकर मैंने खुद झाड़ू उठाकर सफाई का काम किया। मेरा मानना है कि अगर मैं ऐसा करूंगी तो लोग मुझे देखकर प्रेरित होंगे और मेरे साथ आकर मेरा हाथ बटाएंगे। मैंने अपने क्षेत्र में 122 ऐसे लोगों को रहने के लिए घर दिए हैं, जिनमें ज्यादातर मुखिया महिला हैं। मेरे क्षेत्र में हर महीने खाद्यान्न का वितरण किया जाता है। अपने कार्यकाल के दौरान मैंने इन सभी चीजों पर खास ध्यान दिया है। हमने जब महजबी से पूछा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हर घर में शौचालय क्षेत्र में आपने क्या किया है तो उन्होंने बताया कि हमने अपनी ग्राम पंचायत में लगभग 180 शौचालय बनवाएं हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माहेजबी को रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया है इस बारे में जब हमने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि योगी जी से मैं बहुत ही प्रेरित हूं। मैच के लिए योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट करती हूं कि उन्होंने मुझे इस लायक समझा। आपको बता दें कि 24 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माहेजबी को मध्यप्रदेश में सम्मानित करेंगे।इस बारे में माहेजबी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री अपने हाथों से मुझे सम्मानित करेंगे। माहेजबी ने बताया कि मुझे पुरस्कार मिलेगा तो मेरे जिले के साथ मेरे क्षेत्र का भी नाम रोशन होगा। अब पूरे उत्तर प्रदेश में नाम रोशन होगा तो लोग जानेंगे कि एक मुस्लिम महिला भी नकाब में निकालकर इस तरह का काम कर सकती है। तो हम लोग भी कुछ कर सकते हैं। माहेजबी गांव की प्रधान होने के साथ ही एक पत्नी और दो बच्चों की मां भी हैं। माहेजबी ने बताया कि मेरे पति मेरा सबसे ज्यादा सपोर्ट करते हैं। मेरे पति अगर मेरा सहयोग न करते तो शायद मैं इस मुकाम पर न पहुंचती। मेरे पति मेरा रसोई से लेकर मेरे क्षेत्र में हर जगह साथ देते हैं। माहेजबी ने बताया कि जब मेरी शादी हुई थी तब मैं इंटरमीडिएट की पढाई कर रही थी। शादी के बाद मेरे पति ने मुझे ग्रेजुएशन करवाया। माहेजबी इन्टरनेट भी चलाती हैं और गांव के लोगों को नई-नई तकनीकि सिखाने का काम करती हैं।
माहेजबी के पति ने बताया कि ज्यादातर मामलों में देखा जाता है कि हर पति के पीछे उसकी पत्नी का हाथ होता है। लेकिन मैं अपनी पत्नी को पूरा सहयोग देता हूं। मेरी पत्नी भी मेरा बराबर से साथ देती हैं। माहेजबी के पति में बताया कि वह सुबह उठकर पूरे घर की सफाई करती हैं और बच्चों के लिए खाना बनाती हैं। उसके बाद इलाके में निकलकर लोगों की फरियाद सुनती हैं। एक पति होने के नाते जितना भी सहयोग हमसे बन पड़ता है मैं इनके लिए करता हूं। माहेजबी को मुख्यमंत्री के बाद अब प्रधानमंत्री सम्मान देने जा रहे हैं जिसके लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। योगी जी ने माहेजबी का जब सम्मान किया तो उनको लेकर मेरा नजरिया बिलकुल बदल गया, कि उन्होंने एक मुस्लिम महिला को सम्मान देकर उसका हौसला बढ़ाया है। माहेजबी के पति ने बताया कि पर्दा लोगों की आंखों का होता है। जैसा हमारे यहां परंपरा और प्रथा है उसको देखते हुए माहेजबी नकाब पहनती हैं। जनता ने इसी विश्वास के साथ माहेजबी को प्रधान बनाया था कि वह हमारे बीच आकार हमारी समस्याओं को सुनेंगी और हमारी मदद करेंगी। उसी विश्वास को देखते हुए हम लोग गांव के विकास के लिए काम करते हैं। काम के बीच में हिन्दू और मुसलमान नहीं आना चाहिए। प्रेम और आपसी भाईचारे को देखते हुए सबका का होना चाहिए। हम लोगों की यही कोशिश रहती है।

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