बैंगलुरू के साथ तो ये होना ही था, बल्लेबाज तो खूब चुने, गेंदबाजों का अता-पता नहीं

बैंगलुरू के साथ तो ये होना ही था, बल्लेबाज तो खूब चुने, गेंदबाजों का अता-पता नहीं

नई दिल्ली। चिन्नास्वामी स्टेडियम में चेन्नई सुपरकिंग्स की रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू पर धमाकेदार जीत ने विराट कोहली एंड कंपनी का दिल ही तोड़ दिया. 205 रनों का स्कोर खड़ा करने के बाद विराट कोहली ने शायद ही सोचा होगा कि उनकी टीम को इस तरह आखिरी ओवर में हार नसीब होगी. चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बेस्ट फिनिशर का सबूत देते हुए छक्का मारकर टीम को शाही अंदाज में जीत दिला दी.

टीम में बल्लेबाजों की भरमार

इतने बड़े स्कोर के बाद भी आखिर बैंगलुरू को जीत क्यों नसीब नहीं हुई, इसका जवाब ढूंढ़ना ज्यादा मुश्किल नहीं है. दरअसल, फ्रेंचाइजी ने ऐसी टीम चुन डाली जिसमें बल्लेबाज तो बड़े हैं, लेकिन गेंदबाजी लाइनअप में दम नहीं है. टीम में विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, क्विंटन डिकॉक, ब्रैंडन मैकुलम, सरफराज खान और मंदीप सिंह जैसे बल्लेबाज हैं. लेकिन गेंदबाजी में टीम कमजोर पड़ जाती है. इसके दो प्रमुख गेंदबाज हैं पेसर उमेश यादव और स्पिनर यजुवेंद्र चहल. 20 ओवर के मैच में हर गेंदबाज को 4-4 ओवर डालने होते हैं. ऐसे में जो 12 ओवर बचते हैं उसके लिए कोई उम्दा गेंदबाज टीम के पास दिखता नहीं है. यही पर विपक्षी टीम खूब रन बटोरती है. मुंबई ने भी इस टीम के खिलाफ 200 से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया था.

एंडरसन-सिराज ने डुबोई लुटिया

बुधवार के मैच में बैंगलुरू को यही दिक्कत झेलनी पड़ी. टीम के पास 19वां और 20वां ओवर फेंकने के लिए स्ट्राइक गेंदबाजी ही नहीं बचा. नतीजतन धोनी ने मनचाहे स्ट्रोक खेले और टीम को जीत दिलाई. उमेश यादव और चहल के ओवर पहले ही खत्म हो चुके थे. कोहली ने 19वां ओवर मो. सिराज को दिया जिन्होंने 14 रन दिए जिसमें तीन वाइड गेंदें शामिल थीं. अगर सिराज ने अनुशासित गेंदबाजी की होती तो नतीजा कुछ और ही होता.

धोनी ने छक्का मारकर जिताया

20वें ओवर की कहानी तो बैंगलुरू के लिए याद रखने लायक भी नहीं है. चेन्नई को जीत के लिए 6 गेंदों में 16 रन चाहिए थे. ये ओवर कोरी एंडरसन को दिया गया. एंडरसन एक ऑलराउंडर के तौर पर तो ठीक हैं लेकिन वह एक किलर गेंदबाज तो कतई नहीं हैं. आखिरी ओवर उनसे कराना कोहली को भारी पड़ गया. उनकी गेंदबाजी में कोई वेरीएशन नहीं था. वह एक ही स्पीड से एक ही जगह पर गेंद फेंक रहे थे. पहले ब्रावो ने छक्का जमाया फिर धोनी ने दो गेंद रहते छक्का जमाकर टीम को जिता दिया.

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