आई.आई.एस.ई ग्रुप आफ इंस्टिट्यूट में आयोजित हुई मीडिया पर परिचर्चा

आई.आई.एस.ई ग्रुप आफ इंस्टिट्यूट में आयोजित हुई मीडिया पर परिचर्चा

लखनऊ -आपके पास जज्बा नहीं तो आप पत्रकार नहीं- आशुतोष शुक्ला
कल्याणपुर स्थित आई.आई.एस.ई ग्रुप आफ इंस्टिट्यूट के फिएमिट्स में यूथ फॉर यू टीम के तत्वाधान में “मीडिया: कल आज और कल” विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई जिसमें पत्रकारिता जगत के विद्वानों में दैनिक जागरण के स्थानीय संपादक आशुतोष शुक्ला, दूरदर्शन के कार्यक्रम अधिकारी श्याम नारायण, वरिष्ठ पत्रकार दीपक के०एस०, वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाठक, स्वतंत्र पत्रकार संघ के अध्यक्ष हेमन्त तिवारी, संस्थान की सी.एम०डी० फिरदौस सिद्दीकी व एम०डी० राजीव रतन , आई०आई० एस० ई० के डायरेक्टर अरुण शुक्ला, फिएमिट्स प्रेसिडेंट पी०के०सिंह व विभागाध्यक्ष अमित कुमार त्रिपाठी रहे। अतिथियों नें दीप प्रज्ज्वलन कर परिचर्चा का शुभारम्भ किया।
दैनिक जागरण के एडिटर आशुतोष शुक्ला ने कहा कि पत्रकारिता में पहले चुनोतियाँ कम थी, कल के अपेक्षा आज कुछ ज्यादा है। पहले की पत्रकारिता का हम सब का एक साझा शत्रु अंग्रेज था, आज की पत्रकारिता ने बहुत सारी चुनौतियों को बढ़ावा दिया है। मीडिया जगत में ऑनलाइन क्रेज आने से दबाब बढ़ा है। उन्होंने कहा कि असली पुरुषार्थी वह है जो तकनीकी का प्रयोग अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए करें। आज कल और आज की मीडिया में जो चीज कभी न बदली थी और न बदलेगी वो है जज्बा। यदि आपके पास जज्बा नहीं तो आप पत्रकार नहीं।
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाठक ने अपने संस्मरणों को सुनाते हुये कहा कि नब्बे प्रतिशत पत्रकारिता आज भी मेहनत और ईमानदारी पूर्ण है। आप को पत्रकार बनाना है तो आपको लिखने व पढ़ने की प्रवृत्ति होनी चाहिये। आप काम कीजिये, काम की कीमत हमेशा मिलती है |
दूरदर्शन के कार्यक्रम अधिकारी श्याम नारायण ने परिश्रम के महत्व को बताते हुये कहा कि परिश्रम के बाद ही चमत्कार दिखाई देते है| पहले का जमाना महाभारत का था, आज का जमाना नवभारत का है। नवभारत के प्रसारण के लिये आप तैयार रहिये| नवभारत में नवचेतना के साथ ईमान व मुकाम के साथ कार्य करने पर मुकाम जरुर हासिल होगा।

वरिष्ठ पत्रकार दीपक के०एस० ने अपनी स्वरचित पुस्तक का जिक्र किया और कहा कि मीडिया में जब विज्ञापन पर फोर्स किया गया मीडिया रूपी वही मिशन डगमगाने लगा क्योंकि पेड खबर छापी जाने लगी हमारे पत्रकार राज्यसभा औऱ विधानपरिषद जाने लगे। उन्होंने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुये कहा कि जब आप हताश हो निराश हो आपके पास कुछ भी न बचा हो तब आपके पास एक चीज रह जाती है वो है आपके शब्द।
स्वतंत्रत पत्रकार संघ के अध्यक्ष हेमन्त तिवारी ने अपने अनुभव साझा करते हुये कहा कि पत्रकारिता में आने से पहले बुनियादी चीजे जरूरी सीखिये | खाली किताबी ज्ञान से अपने स्तर को नहीं बढ़ाया जा सकता। वक्त बदला है बदलते वक्त के हिसाब से अपने आप को सुनियोजित कीजिये| यदि आप मे सीखने की ललक नहीं है तो, पत्रकारिता के क्षेत्र में सफल होने का सपना न देखिये।
विभागाध्यक्ष अमित कुमार त्रिपाठी ने आये हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समय – समय पर अपना कीमती समय प्रदान कर विधार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान करते रहे जिससे पत्रकारिता के विधार्थी भी पत्रकारिता जगत में नई बुलंदियों को छूने का कार्य कर सके | पूर्व छात्र -जिन्हें दीपनारायण पांडेय , विक्रम मिश्रा, आशुतोष, दीपनारायण पांडेय, दुर्गा शर्मा,शिवेंदु, शिवा शर्मा, अशवनी सिंह आदि को सम्मानित किया गया -अंत मे सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
परिचर्चा के पूर्व विधार्थियों ने फेसबुक लाइव सेसन के द्वारा पत्रकारिता जगत के दिग्गजों से मिडिया आज कल और आज विषय पर बात की |
इस अवसर पर संस्थान के प्राध्यापक डॉ. विजय उपाध्याय, डॉ. प्रेरणा त्रिपाठी, लुबना किदवई,सुनीता शुक्ला, लक्षित सिन्हा, आदि अध्यापक कार्यक्रम की देख-रेख में लगे रहे। समारोह में विधार्थियों में अनिसुर रहमान ,शिवेंद्र मिश्रा, हिमांशु श्रीवास्तव , उत्कर्ष श्रीवास्तव , पारसमणि अग्रवाल आदि ने भी अपना सक्रिय योगदान दिया कार्यक्रम के शुभारम्भ सत्र का संचालन प्रियंका कालरा एवं परिचर्चा सत्र का संचालन दीक्षा मिश्रा ने किया|

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