रक्ताल्पता खून की कमी या एनीमिया को दूर करने का घरेलु उपाय

रक्ताल्पता खून की कमी या एनीमिया को दूर करने का घरेलु उपाय

डेस्क -रक्ताल्पता खून की कमी या एनीमिया को दूर करने का घरेलु उपाय|11 किशमिश रात में एक कप पानी में भिगो कर रख दे सुबह उठ कर खाली पेट एक एक कर के चबा चबा कर खा ले और वह पानी भी पी लें एसा करने पर आप को रिजल्ट मात्र 7 दिन के अंदर मिल सकता है | इसी प्रकार से सुबह फिर से 11 किशमिश भिगो कर रख दे और उन्हें शाम को 6 से 7 बजे के बीच में एक एक कर के चबा चबा कर खा लें एसा आप को 1 से 3 महीने करना है एसा करने पर आप को अध्भुद परिणाम मिलेंगे |एनीमिया रक्ताल्पता या खून की कमी जब शरीर में रक्त का अधिक अभाव होता है तो एनीमिया का रोग होता है |

इसके कई कारण होते है

  • खून की ज्यादा कमी में रोगी कुछ भी काम करने में असमर्थ हो जाता है।
  • इस रोग के उपचार में ज्यादा देर करने से जानलेवा स्थिति बन जाती है।
  • इस रोग में लाल रक्त कणों की संख्या एवं हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है|
  • अकसर इस रोग में भूख कम हो जाती है। तेजी से कमजोरी बढती जाती है।
  • कोई काम करने की इच्छा नहीं होती। सीढ़ियां चढ़ने में भी घबराहट होने लगती है।
  • कई बार पैरो में सूजन भी दिखाई देने लगता है |
  • चेहरा पीला या सफेद दिखने लगता है। रोगी दस कदम भी चलने में कष्ट का अनुभव करता है।
  • हाँफने लगता है।
  • आँखों की पलकों के नीचे अन्दर के भागों में रक्तवाहिनी नाड़ी की लालिमा कम हो जाती है |
  • जिससे वह सफेद दिखने लगता है|

एनीमिया के कारण

अनियमित रूप से भोजन करने पर और भोजन में तेल मिर्च गर्म मसालों व अम्ल रस से बने खाद्य-पदार्थों का अधिक सेवन करने से पाचन क्रिया खराब होने से एनीमिया की उत्पत्ति होती है।

  • यह रोग स्त्रियों में अधिक होता है |
  • कुछ स्त्रियाँ घर बाहर अधिक शारीरिक श्रम करती हैं|
  • लेकिन उन्हें पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता इसलिए वे एनीमिया से पीड़ित होती हैं।
  • इसके अन्य कारणों में किसी दुर्घटना से चोट लगने पर अधिक रक्त निकल जाने से रक्ताल्पता हो सकती है।
  • स्त्रियों को ऋतुस्राव की खराबी के कारण, अधिक रक्तस्राव होने से एनीमिया की विकृति होती है।
  • अधिक कब्ज से भूख कम हो जाती है।
  • ऐसे में शारीरिक कमजोरी बढ़ने से रक्त की कमी होने पर एनीमिया की उत्पत्ति होती है।
  • अधिक दिनों तक टी.बी टायफाइड अर्श रोग अतिसार में अधिक रक्त बहने से भी एनीमिया हो सकता है।
  • गर्भावस्था में स्त्रियां भी इस रोग से ग्रस्त होती हैं।

इस के अलावा किशमिश खाने और उस का पानी पिने के ये है फायदे

  • किशमिश के पानी को रोज पीने से कोलेस्ट्राल के लेवल को ठीक रखता है।
  • जो कि अधिकतर लोगों को अनियमित रूप से खाना खाने के कारण हो जाता है।
  • इसीलिए इसका सेवन करें। साथ ही ये शरीर के ट्राईग्लिसेराइड्स के स्तर को कम करने में मदद भी करता है।
    आप तो यह जानते ही होगे कि किशमिश खाने से आपकी उम्र बढ जाती है|
  • लेकिन इसके साथ ही ये आपकी त्वचा में आई झुर्रियो को भी हटा हेती है।
  • इसके लिए इसके पानी को रोज सुबह पीएं। जिससे आप हमेशा जवां रहें।
  • रोजाना इसके सेवन करने से आपको पाचन मेटाल्जिम आदि के स्तर को कम रखेगा।
  • जिससे आप हमेशा फिट रहेगे।
  • अगर आपको कब्ज एसिडिटी और थकान की समस्या है तो यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
  • इसका नियमित रूप से सेवन करने से जल्द आपको फायदा नजर आएगा।
  • रोजाना इसके पानी पीने से आपका लिवर भी फिट रहता है और यह मेटाबॉलिज्म के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायक है।

एनीमिया में भोजन का भी रखें ख्याल

शरीर में एनीमिया रोग के कारण को जानने के बाद उसे ठीक करने के लिए उपचार करवाना चाहिए। भोजन में पौष्टिक खाद्यों की मात्रा बढ़ाकर एनीमिया का इलाज किया जा सकता है। प्रतिदिन सलाद के रूप में खीरा ककड़ी प्याज चुकंदर नीबू का रस मूली गाजर का सेवन करने से खाने के प्रति अरुचि ठीक होने के साथ अधिक भूख लगती है। इन सब्जियों का रस पीने से शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है।

  • अंगूरों को सुबह-शाम 100 ग्राम मात्रा में सेवन करने से एनीमिया ठीक होता है।
  • दिल की तेज धड़कन भी सामान्य होती है।
  • एनीमिया के रोगी को प्रतिदिन पालक, बथुआ मेथी आदि की सब्जी इस्तेमाल करनी चाहिए।
  • गाजर व् चुकंदर तथा अनार का जूस भी लाभकारी है |

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