मेडिकल छात्रा को हिजाब पहनने से रोका तो HC ने लगाई कड़ी फटकार

मेडिकल छात्रा को हिजाब पहनने से रोका तो HC ने लगाई कड़ी फटकार

मुंबई: होम्योपैथी की पढ़ाई कर रही छात्रा ने हिजाब पहनने से रोकने पर कॉलेज के खिलाफ बंबई हाईकोर्ट में अर्जी दी है. छात्रा का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन उसे प‍रीक्षा में नहीं बैठने दे रहा है. उसका आरोप है कि युवती की उपस्थिति (Attendance) कम है. युवती मुंबई के बांद्रा इलाके में रहती है और उसने कोर्ट से बेचलर ऑफ होम्‍योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) की फर्स्‍ट ईयर की परीक्षा में बैठने के लिए कॉलेज को आदेश देने की मांग की है. यह कॉलेज भिवंडी के साईं होम्‍योपैथिक मेडिकल कॉलेज है जहां एक जून से परीक्षाएं शुरू हो रही हैं.

2016 में लिया था एडमिशन
याचिका में छात्रा ने कहा कि उसने समान प्रवेश परीक्षा पास कर 14 दिसंबर 2016 को इस कॉलेज में दाखिला लिया था. जब 27 दिसंबर को सत्र शुरू हुआ तब वह कॉलेज में कक्षाएं करने लगी. याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने मुस्लिम छात्राओं पर हिजाब पहनकर न आने की पाबंदी लगा दी. उसने चेतावनी दी कि अगर कॉलेज में पढ़ना है तो उसके कायदे-कानून मानने होंगे. उन्‍हें हिजाब के साथ क्‍लास में बैठने नहीं दिया जाएगा. इस डर से बहुत सारी लड़कियों ने या तो कॉलेज या हिजाब पहनना छोड़ दिया. छात्राओं में कॉलेज के इस फरमान को लेकर काफी गुस्‍सा है. याचिकाकर्ता ने कहा कि वह कॉलेज की पाबंदी के आगे नहीं झुकी.

हिजाब पहनने की इजाजत नहीं दी
याचिकाकर्ता के घरवालों ने कॉलेज प्रशासन से साफ कर दिया कि उनकी बेटी हिजाब नहीं छोड़ सकती. याचिकाकर्ता ने कॉलेज प्रबंधन से कई बार गुजारिश की लेकिन उसे इसे पहनने की इजाजत नहीं मिली. 11 जनवरी 2017 को उसने आयुष मंत्रालय को भी पत्र लिखा था. मंत्रालय ने कॉलेज को छात्रा को हिजाब पहनने की इजाजत देने को कहा था. लेकिन छात्रा से कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज न आने को कहा. छात्रा ने राज्‍य मानवाधिकार आयोग में भी गुहार लगाई लेकिन कॉलेज प्रबंधन झुकने को तैयार नहीं. जब छात्रा हाईकोर्ट पहुंची तब कॉलेज प्रबंधन माना. इंडियन एक्‍सप्रेस में छपी खबर के अनुसार हाईकोर्ट ने कॉलेज प्रबंधन को इस कृत्‍य के लिए कड़ी फटकार भी लगाई. लेकिन बाद में उसने फिर वही रवैया शुरू कर दिया. छात्रा को परीक्षा में बैठने से रोक दिया है. अब याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से परीक्षा में बैठने के लिए कॉलेज को आदेश देने की मांग की है.


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