निपाह वायरस के फैलने की ये हैं वजह, जानिए आप भी...

निपाह वायरस के फैलने की ये हैं वजह, जानिए आप भी...

नई दिल्ली : निपाह वायरस आज इंसान पर कहर बनकर टूट रहा है और अब दुनिया को मौत के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है । इंसान की इच्छाओं को लेकर ही इस तरह के वायरस का सृजन होता है जो मानवीय जीवन के लिए खतरा बन जाता है । आपको बताते हैं कि किस तरह हमारी ना पूरी होने वाली इच्छाओं ने आज निपाह वायरस जैसी समस्या को हमारे सामने लाकर खड़ा कर दिया है । ये वायरस आज भारत में करीब 10 लोगों की जान लोगों की जान ले चुका है और ना जाने कितने लोगों की जिंदगी के लिए खतरा बना हुआ है ।

मलेशिया के लोगों की इस गलती से फैला वायरस
इस वायरस के मूल स्रोत फ्रूट बैट यानी फल खाने वाले चमगादड़ ही थे । आपको बता दें कि सबसे पहले इस वायरस के लक्षण मलेशिया में देखे गए थे । फ्रूट बैट शताब्दियों तक मलेशिया के जंगलों में रहते थे और मानव बस्तियों से दूर ही रहते थे । जब तक उन्हें वहां भरपूर भोजन मिलता था । फिर इंसान ने अपनी जरूरतों के लिए पेड़ों का काटना शुरू कर दिया । चमगादड़ों को अपने घर से निकलकर अपने खाने के लिए इंसानी खाने पर निर्भर होना पड़ा, और यहीं से इस वायरस की शुरूआत हुई । भूख और तनाव की वजह से उनके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो गई, और उनके शरीर के भीतर वायरस बढ़ गए और ऐसे तमाम वायरस उनके पेशाब तथा लार से बाहर आने लगे । और इन सबके संपर्क में आऩे से इंसानों को इस वायरस का पता लगा ।

ऐसे करे इस वायरस से बचाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार निपाह वायरस के लिए किसी प्रकार का कोई वेक्सीन अभी तक नहीं बना है । जो इंसानों और जानवरों को दिया जा सके । इस वायरस से ग्रसित पेंशेट की सिर्फ देखभाल की जा सकती है । श्री गंगा राम हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट अतुल गोगिया के अनुसार यह इस वायरस का इंफेक्शन दूसरे वायरल इंफेक्शन की तरह है । यह रेसपायरी और सेंट्रल नर्वस सिस्टम को अफेक्ट करता है । डॉ. के अनुसार इस वायरस से बचाने के लिए सर्पोटिव केयर ही एक तरीका है । हालांकि इसको लेकर रिसर्च जारी है, हम उम्मीद करते है कि जल्द ही इसका इलाज खोज लिया जाएगा ।

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