कांग्रेसियों की एकता पर ग्रहण , चुनाव से पहले लड़ रहे हैं नेता

कांग्रेसियों की एकता पर ग्रहण , चुनाव से पहले लड़ रहे हैं नेता

डेस्क -कांग्रेस कि एकता पर ग्रहण लग गया है | राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने है. विस चुनाव की भाजपा और कांग्रेस अपने अपने स्तर पर जमकर तैयारी कर रही है. कई मुद्दों पर भाजपा को घेरने वाली कांग्रेस में चुनावी साल में भीतरी गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. जयपुर के शाहपुरा में मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के दो गुट आपस में भिड़ गया. एक गुट के कार्यकर्ता ने प्रवक्ता संदीप चौधरी क साथ धक्का-मुक्की कर दी. यह सब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे के सामने हुआ. जयपुर में भी पेट्रोल-डीजल में बढ़ोत्तरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कार्यकर्म में पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल और अमीन कागजी आपस में भिड़ चुके है. अमीन कागजी किशनपोल से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं और ज्योति भी यहीं से दावेदार है.

जयपुर के शाहपुरा और किशनपोल में जो कुछ हुआ वह कांग्रेस की जग हंसाई के लिए पर्याप्त था. देानों ही जगह टिकटों की लड़ाई साफ दिख रही है. चुनावी साल में एकता के दावे तार तार होते दिख रहे हैं. दिल्ली और जयपुर में बैठे कांग्रेस के आकाओं को नेता यही फीडबैक देते हैं कि ग्राउंड पर सबकुछ बढिया चल रहा है, लेकिन प्रदेश प्रभारी ने शुक्रवार को खुद अपनी आंखों से देख लिया कि जमीनी हकीकत क्या है और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भाजपा से लड़ने की बजाय आपस में ही लड़ रहे हैं.

कांग्रेस ने मेरा बूथ मेरा गौरव अभियान इसलिए शुरु किया है ताकि कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर एकजुट करके सक्रिय किया जा सके, लेकिन पिछले तीन दिन से जहां जहां भी प्रदेश प्रभारी जा रहे हैं वहां प्रदेश प्रभारी के सामने ही कांग्रेस की एकता तार तार हो रही है. पहले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और कल बीकानेर में प्रदेश प्रभारी के सामने ही कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के गुटों के खिलाफ नारेबाजी की. अब शाहपुरा में तो धक्कामुक्की और आपस में कपड़े फटने जैसी स्थिति आ गई. प्रदेश प्रभारी को अब शायद कांग्रेस के नेताओं के दावों और जमीनी हकीकत का अंदाजा लग गया होगा कि उन तक पहुंचने वाला फीडबैक कितना असली होता है. चुनावी साल में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की इस सिर फुटोव्वल ने एकता के दावों की कलई खोलकर रख दी है.

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