राम रहीम से जुड़े सभी केस एक अदालत में लाने पर विचार-विमर्श

राम रहीम से जुड़े सभी केस एक अदालत में लाने पर विचार-विमर्श

चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से जुड़े सभी मुकदमों को एक ही अदालत लाए जा सकते हैं। इसके लिए हाई कोर्ट में एक दायर याचिका की गई है। इस पर सुनवाई करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार से संबंधित मुकदमों की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस ए जी मसीह और जस्टिस अवनीश झिंगन की पूर्ण पीठ ने कोर्ट मित्र एडवोकेट अनुपम गुप्ता से इस व्यवस्था पर विधिक पहलुओं के बारे में भी अवगत कराने को कहा।

बता दें कि पंचकूला निवासी रविंद्र ढुल ने पिछले वर्ष डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दुष्कर्म के केस की सुनवाई दौरान जनहित याचिका दायर की थी। इसमें पंचकूला में डेरा अनुयायियों की भीड़ से कानून व्यवस्था खराब होने की बात कही गई थी। उसी याचिका पर हाई कोर्ट के समक्ष पक्षकार अपना अपना पक्ष रख रहे हैं।

डेरा सच्चा सौदा के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण करेंगे सीएमओ

पीठ ने सिरसा के सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) को डेरा सच्चा सौदा में चलाए जा रहे चिकित्सा संस्थानों का प्रशासनिक निरीक्षण करने के लिए अधिकृत किया है। हाई कोर्ट ने इन संस्थानों में सभी मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की जानकारी देने का आदेश दिया। इससे पहले सुनवाई के दौरान डेरे में चलाए जा रहे चिकित्सा संस्थानों के संबंध में पेश की गई सूची पर आपत्ति जताते हुए कोर्ट मित्र अनुपम गुप्ता ने कहा कि इस सूची से इन संस्थानों में काम कर रहे लोगों की स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही।

गुप्ता ने कहा कि निजी संस्थानों में विशेषज्ञ लोगों का नाम अपने फैकल्टी सदस्यों में दिखाने की प्रवृत्ति आम है। यह बात अलग है कि अधिकतर मामलो में ऐसे विशेषज्ञ इन संस्थानों में सेवाएं देने के लिए उपलब्ध नहीं होते। उन्होंने डेरे के संस्थानों में कार्यरत मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की स्पष्ट सूचियां मंगवाने की भी मांग की।

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