पैदल चलकर पहुचे भाजपा नेता बनाया 2019 लोकसभा चुनाव कि रणनीति

पैदल चलकर पहुचे भाजपा नेता बनाया 2019 लोकसभा चुनाव कि रणनीति

पंजाब में दोनों दलों ने मिलकर अभी तक तीन कार्यकाल पूरे किए हैं

चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने वीरवार को चंडीगढ़ में पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ बैठक की। बादल के निवास पर हुई बैठक में मिशन 2019 पर चर्चा हुई और पंजाब में एनडीएन की चुनावी रणनीति बनाई गई। दोनों नेताओं ने फैसला किया कि एनडीए को और मजबूत बनाया जाएगा।

अमित शाह ने गठबंधन की पार्टियों को अभी से अगले साल होनेवाले लाेकसभा चुनाव के लिए सक्रिय हो जाने को कहा। दोनों नेताओं ने एनडीए को एकजुट करने पर भी जोर दिया। अमित शाह ने शाम में पूर्व ओलंपियन बलबीर सिंह सीनियर और प्रसिद्ध एथलीट मिल्‍खा सिंह से भी मुलाकात की।

बैठक में पंजाब के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल सहित कई नेता मौजूद रहे प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल ने अमित शाह का स्‍वागत किया। बैठक में भाजपा के प्रदेश प्रधान श्‍वेत मलिक और अन्‍य नेता भी मौजूद रहे।

बैठक में अमित शाह ने अकाली नेताओं के साथ कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। बैठक में चर्चा का मुख्‍य केंद्र 2019 में होनेवाला लोकसभा चुनाव ही था। बैठक में मिशन 2019 के लिए रणनीति पर चर्चा हुई और राज्‍य में भाजपा-शिअद गठबंधन को गतिशील बनाने पर जाेर दिया गया। अमित शाह ने कहा कि गठबंधन को एक भी से 2014 चुनाव के मद्देनजर पूरे दमखम से जुट जाना चाहिए।


कुछ अकाली नेताओं ने इस मौके पर यह भी कहा कि अब चुनाव नजदीक आ गए हैं तो आप आए हैं। बैठक में पंजाब में किसानों की स्थिति, गन्ना किसानों के लिए 830 सौ करोड़ रुपये जारी करने, दलितों के मुद्दे और गुरुद्वारे में लंगर पर जीएसटी खत्म करने सहित तमाम मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
इस दौरान अमित शाह ने करीब आधे घंटे तक प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल के साथ बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक बैठक की। बताया जाता है कि दोनों नेताओं ने फैसला किया कि एनडीए को और मजबूत किया जाएगा। पंजाब से लोकसभा की अधिक से अध‍िक सीटें जीतने के लिए रणनीति पर भी दोनों नेताओं ने चर्चा की। यह भी संकेत मिले हैं कि एनडीए को गतिशील और मजबूत करने में सीनियर बादल सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।

बैठक में इन मुद्दों पर हुई बात

किसानों के मुद्दे

प्रकाश सिंह बादल ने अमित शाह से किसानों की समस्याओं को जल्द से जल्द हल कराने की जरूरत बताई। अन्य अकाली नेताओं ने भी इस बात पर जोर दिया कि किसानों का मुद्दा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गंभीर है। शाह ने उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से किसानों की समस्याओं को हल करने को लेकर किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत करवाया। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने पर विचार किया गया।

डीजल के रेट कम किया जाए : बादल

अकाली नेताओं ने अमित शाह से यह भी मांग की कि केंद्र सरकार लगातार बढ़ रहे डीजल व पेट्रोल के दामों पर नियंत्रण करे। महंगे डीजल का किसानों के साथ-साथ आम लोगों पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। बादल ने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे को जितनी जल्दी हल कर लिया जाए उतना अच्छा रहेगा।

गन्ना किसानों को जारी धनराशि का जिक्र

अमित शाह ने अकाली नेताओं से कहा कि केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों की बकाया 8 हजार करोड़ की धनराशि जारी कर दी है। इसमें पंजाब के सैकड़ों किसानों की 800 करोड़ से ज्यादा धनराशि भी शामिल है। शिअद महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि इससे पंजाब के किसानों को काफी लाभ होगा।

दलितों के मुद्दों पर भी विचार

अकाली-भाजपा नेताओं ने शाह से अपील की कि दलितों के तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें समय रहते हल करना जरूरी है। शाह ने दलितों के हित में किए जा रहे कार्यों के बारे में सभी नेताओं को अवगत करवाया।

बैठक करीब डेढ़ घंटे चली और इसके बाद अमित शाह प्रकाश सिंह बादल के निवास से बाहर आए। बादल के निवास के बाहर अकाली-भाजपा नेताओं के साथ अमित शाह को सिरोपा भेंट किया गया। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल साथ में प्रकाश सिंह बादल व अन्य नेताओं ने अमित शाह को विदा किया। इस मौके पर सभी नेताआें ने मीडिया के किसी भी सवालों का जवाब नहीं दिया। उन्‍होंने सिर्फ फोटो सेशन करवाया। इसके बाद अमित शाह व अन्‍य नेता वहां से निकल गए।

इसके बाद अमित शाह सेक्‍टर 37 स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय के लिए रवाना हो गए। भाजपा के प्रदेश कार्यालय में उन्‍होंने पंजाब भाजपा के नेताओं और पार्टी के लोकसभा क्षेत्र प्रभारियों व कोर ग्रुप के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में वह पंजाब में भाजपा के विस्‍तार और उसे मजबूत करने के उपायों व रणनीति पर चर्चा कर की। बैठक में अमित शाह मिशन 2019 के तहत पार्टी की गतिविधियों की भी समीक्षा की।

बताया जाता है कि प्रकाश सिंह बादल के निवास पर बैठक में एनडीए को और मजबूत बनाने के बारे में चर्चा की गई। इसमें स्‍पष्‍ट किया गया कि 2019 में होनेवाले लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिअद बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरेंगे। इसमें यह भी चर्चा हुई कि दोनों दल नए जोश और जज्‍बे के साथ अभी से मिशन 2019 में जुटेंगे।

इससे पहले चंडीगढ़ पहुंचने पर भाजपा के नेताओं ने अमित शाह का स्‍वागत किया। उनका स्‍वागत करने वालों में हरियाणा के शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा सहित कई नेता शामिल थे। प्रकाश सिंह बादल के निवास पर पहुंचने के बाद अमित शाह का स्‍वागत पूर्व डिप्‍टी सीएम सुखबीर बादल व अन्‍य शिअद नेताओं ने किया। पंजाब भाजपा के प्रधान श्‍वेत मलिक और केंद्रीय मंत्री विजय सांपला ने भी अमित शाह को फूलों का गुलदस्‍ता देकर स्‍वागत किया।

इसके बाद बादल के निवास पर बैठक शुरू हुई। बैठक में अमित शाह और प्रकाश सिंह बादल के साथ सुखबीर सिह बादल, भाजपा के प्रदेश प्रधान श्‍वेत मलिक सहित शिअद और भाजपा के कई नेता भी मौजूद रहे। बैठक में पंजाब में भाजपा और अकाली दल के अगले लोकसभा चुनाव में गठबंधन व संभावनाओं के बारे में चर्चा की गई।

अमित शाह ने पंजाब में भाजपा के विस्तार का रास्ता तलाशा। इसके साथ ही अमित शाह अपने समर्थन के लिए संपर्क के तहत मशहूर खिलाडी मिल्‍खा सिंह और बलबीर सिंह से भी मुलाकात की। अमित शाह के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा के कड़़े इंतजाम किए गए हैं। प्रकाश सिंह बादल की कोठी के पास पुलिस का घेरा मजबूत कर दिया गया।

इससे पहले सुरक्षाकर्मियों ने किसी भी नेता की गाड़ी को बादल के निवास के परिसर में नहीं जाने दिया। बादल की कोठी के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने पंजाब भाजपा के पूर्व प्रधान व केंद्रीय राज्‍य मंत्री विजय सांपला व पूर्व मंत्री मदन मोहन मित्तल गाड़ियों को भी अंदर नहीं जाने दिया। काफी बहस के बाद दोनों नेता उतर कर बादल के निवास के अंदर गए पैदल गए। सुरक्षाकर्मियों ने भाजपा के महासचिव राकेश राठौर को अंदर नहीं जाने दिया। काफी बहसबाजी के बाद राठौर को बादल की कोठी से वापस जाना पड़ा।

यह बैठक एडीएन के घटक दलों से संपर्क के अमित शाह के अभियान का हिस्‍सा था। अमित श्‍ााह ने इस बैठक के जरिये पंजाब में गठबंधन के पेंच कसने के साथ भाजपा को मजबूत करने की दिशा में भी कदम बढ़ाया। शिरोमणि अकाली दल एनडीए का सबसे पुराना साथी है। 1998 में जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार बनाने को लेकर दूसरी पार्टियों का समर्थन जुटा रहे थे, तो प्रकाश सिंह बादल ने सबसे पहले बिना शर्त भाजपा को समर्थन दिया था।

यही नहीं अकाली-भाजपा गठबंधन में कभी कोई खटास नहीं देखने को मिली। पंजाब में दोनों दलों ने मिलकर अभी तक तीन कार्यकाल पूरे किए हैं। 2014 में भी अकाली दल के पास सीटें कम होने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरसिमरत कौर बादल को कैबिनेट में लेकर अपने गठजोड़ साथी पर विश्वास जताया।

यह अलग बात है कि दोनों पार्टियों के प्रदेश स्तरीय नेतृत्व में खटपट लगी रहती है। इस दौरान अकाली दल और भाजपा के गठबंधन के खत्‍म होने की चर्चाएं भी चलीं। बताया जाता है कि अकाली दल पिछले चार साल से शीर्ष भाजपा नेतृत्व और केंद्र सरकार से सहयोग में कमी महसूस कर रहा था।

अमित शाह ने भाजपा के सभी लोकसभा प्रभारियों व कोर ग्रुप के साथ बैठक की। इसमें पार्टी का प्रदेश नेतृत्व तीन की बजाय पांच सीटों की अकाली दल से मांग भी रखे जाने की खबर है। बैठक में अमित शाह ने प्रदेश के नेताओं से पार्टी की प्रदेश में स्थिति और गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट ली। उन्‍होंने निर्देश दिया कि पार्टी के नेता मिशन 2019 में जुट जाएं और कार्यकर्ताओं को पूरे जाेश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने को कहें। उन्‍होंने पार्टी के नेताओं का एकजुट होने और नरेंद्र मोदी सरकार की कार्यों व उपलब्धियों के बारे में जनता को बताने को कहा।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी श्री आनंदपुर साहिब और लुधियाना सीटें अकाली दल से लेना चाहिए। पंजाब भाजपा के नेताआें का कहना है कि दोनों ही सीटें हिंदू प्रभाव वाली हैं। लुधियाना सीट वैसे भी अकाली दल पिछले दो बार से लगातार हार रहा है, ऐसे में यह सीट भाजपा को देकर एक बार नया प्रयोग किया जा सकता है।

बलबीर सिंह और मिल्‍खा सिंह से मिले

यहां की बैठक के बाद अमित शाह शाम में पूर्व ओलंपियन खिलाड़ी बलबीर सिंह और प्रसिद्ध एथलीट मिल्‍खा सिंह के घर गए। वह वहां भाजपा के समर्थन के लिए संपर्क अभियान के तहत जाएंगे। वह बलबीर सिंह और मिल्‍खा सिंह काे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज आैर उसकी उपलब्धियों की जानकारी देेने वाली पुस्‍ितका भी दी। इसके अलावा वह शहर के व्यापारियों व अन्य प्रतिष्ठित लोगों से मिले। अमि शाह इस दौरान सेक्‍टर 44 के गुरुद्वारे भी गए और वहां माथा टेका।

अमित शाह सबसे पहले सेक्‍टर 36 में पूर्व आेलंपियन बलबीर सिंह सीनियर के घर पहुंचे। वहां भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का बलबीर सिंह सीनियर आैर उनके परिजनों ने स्‍वागत किया। अमित शाह ने बलबीर सिंह सीनियर को नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया और इससे संबंधित पुस्‍तिकाएं उनको दीं। उनके साथ चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर भी मौजूद थीं।

इसके बाद अमित शाह सेक्‍टर आठ ए में जानेमाने एथलीट मिल्‍खा सिंह के घर पहुंचे। मिल्‍खा सिंह और उनके परिजनों ने अमित शाह का गर्मजोशी से स्‍वागत किया। अमित शाह ने मिल्‍खा को भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया और इससे संबंधित पुस्‍तिकाएं दीं। उन्‍होंने मिल्‍खा सिंह और उनकी पत्‍नी से भाजपा के लिए समर्थन मांगा। इस मौके पर चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर और चंडीगढ़ भाजपा के अध्‍यक्ष संजय टंडन भी मौजूद थे।

भाजपा से कोई मतभेद नहीं : सुखबीर

अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर कोई मतभेद नहीं हैं। शिअद और भाजपा गठबंधन लोकसभा चुनाव साथ लड़ेंगे। चुनाव को लेकर भाजपा व अकाली दल के तीन-तीन नेताओं की कोआर्डिनेशन कमेटी के गठन पर सहमति बनी है। सीटों की अदला बदली का फैसला भी यह कमेटी करेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सहित देश के तमाम मुद्दों पर अमित शाह के साथ विचार-विमर्श हुआ।

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