खिलाडियों से टैक्स लेने के फरमान पर पलटी खट्टर सरकार

खिलाडियों से टैक्स लेने के फरमान पर पलटी खट्टर सरकार

बबीता फोगाट बोली, हमारी मेहनत की कमाई है, सरकार को कैसे दे दें

स्पोर्ट्स डेस्क - 'हमें हरियाणा के खिलाड़ियों पर गर्व है और मैं उन्हें प्रभावित करने वाले सभी मुद्दों पर फिर से विचार करने का आश्वासन देता हूं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट किया हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को अपने उस आदेश पर रोक लगा दी जिसमें खिलाड़ियों को अपनी आय का एक तिहाई हिस्सा राज्य खेल समिति को जमा कराने को कहा गया था। इस फैसले पर चौतरफा निंदा के बाद सरकार ने अपना फैसला वापस लेने का निर्णय लिया है।

सरकार ने 30 अप्रैल 2018 को एक नोटिफिकेशन जारी किया था। इस नोटिफिकेशन के तहत खिलाड़ियों को खेलकर कमाई गई अपनी आय का एक तिहाई हिस्सा हरियाणा स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल को देना होगा, ताकि प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने में उसका प्रयोग किया जा सके।
हरियाणा सरकार के फरमान पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पहलवान बबीता फोगाट ने कहा कि क्या सरकार जानती हैं कि हम अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कितनी हाड़तोड़ मेहनत करते हैं? सरकार एक तिहाई हिस्सा देने के लिए कैसे कह रही है, जबकि वो हमारी मेहनत की कमाई है। मैं इसके पक्ष में नहीं हूं। सरकार को नोटिफिकेशन जारी करने से पहले खिलाड़ियों के साथ विचार विमर्श करना चाहिए था।

वहीं सरकार के फरमान की खिलाफत करते हुए स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा सरकार खिलाड़ियों का मनोबल नीचे गिरा रही है। सरकार का फैसला बिल्कुल गलत है। पहले तो सरकार खिलाड़ियों को नौकरी नहीं देती, अगर देती है ऐसे फैसले खिलाड़ियों के खिलाफ दे देती है।

कॉमनवेल्थ में प्रदर्शन करने पर तो सरकार सम्मानित नहीं कर पाई। इस फरमान का मतलब क्या है, हम अपनी मेहनत की कमाई सरकार को क्यों दे। सरकार को पदक जीतने वालों का सम्मान करना चाहिए, न कि उनके खिलाफ इस तरह के फरमान जारी करने चाहिएं।

पहलवान योगेश्वर दत्त भी सरकार के फरमान की खिलाफत में आ गए। उन्होंने अशोक खेमका पर निकाली भड़ास और कहा कि ऐसे अफसर खेल को पतन की ओर लेकर जा रहे है। सरकार पर भी भड़के और कहा कि अब खिलाड़ी पलायन करेंगे।

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