श्रावण महीना 27 जुलाई 2018 शुक्रवार से है शुरू

हर समस्या के समाधान के लिए शिवपुराण में एक अलग उपाय बताया गया है |श्रावण महीना में शिवजी की पूजा करके दूर कर सकते है |
डेस्क-भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कुछ छोटे और अचूक उपायों के बारे शिवपुराण में भी लिखा है, ये उपाय इतने सरल हैं कि इन्हें बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है।
ऐसे करें भगवान् शिव जी की आराधना
।। || ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं,वन्दे जगत्कारणम् lवन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं,वन्दे पशूनां पतिम् लाल
वन्दे सूर्य शशांक वह्नि नयनं,वन्दे मुकुन्दप्रियम् lवन्दे भक्त जनाश्रयं च वरदं,वन्दे शिवंशंकरम।।।
ये उपाय इस प्रकार हैं-
शिवपुराण के अनुसार इन छोटे उपायों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है :-
  • भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है।
  • तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है।
  • जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है।
  • गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है।
  • यह सभी अन्न भगवान को अर्पण करने के बाद जरूरतमंदों में बांट देना चाहिए।
शिवपुराण के अनुसार जानिए भगवान शिव को कौन-सा रस (द्रव्य) चढ़ाने से क्या फल मिलता है-
  • बुखार होने पर भगवान शिव को जल चढ़ाने से शीघ्र लाभ मिलता है, सुख व संतान की वृद्धि के लिए भी जल द्वारा भगवान शिव की पूजा उत्तम बताई गई है।
  • तीक्ष्ण बुद्धि के लिए शक्कर मिला दूध भगवान शिव को चढ़ाएं।
  • शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाया जाए तो सभी आनंदों की प्राप्ति होती है।
  • शिव को गंगा जल चढ़ाने से भोग व मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है।
  • शहद से भगवान शिव का अभिषेक करने से टीबी रोग में आराम मिलता है।
  • यदि कोई व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर है तो उसे उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए भगवान शिव का अभिषेक गौ माता के शुद्ध घी से करना चाहिए ।
शिवपुराण के अनुसार, जानिए भगवान शिव को कौन-सा फूल चढ़ाने से क्या फल मिलता है-
  • लाल व सफेद आंकड़े के फूल से भगवान शिव का पूजन करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • चमेली के फूल से पूजन करने पर वाहन सुख मिलता है।
  • अलसी के फूलों से शिव का पूजन करने पर मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है।
  • शमी वृक्ष के पत्तों से पूजन करने पर मोक्ष प्राप्त होता है।
  • बेला के फूल से पूजन करने पर सुंदर व सुशील पत्नी मिलती है।
  • शिव को प्रसन्न करने के लिए डमरू जरूर बजाएं और बम बम भोले बम बम भोले कहने से कृपा मिलेगी |
  • जूही के फूल से भगवान शिव का पूजन करें तो घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
  • कनेर के फूलों से भगवान शिव का पूजन करने से नए वस्त्र मिलते हैं।
  • हरसिंगार के फूलों से पूजन करने पर सुख-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।
  • धतूरे के फूल से पूजन करने पर भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं, जो कुल का नाम रोशन करता है।
  • लाल डंठलवाला धतूरा शिव पूजन में शुभ माना गया है।
  • दूर्वा से भगवान शिव का पूजन करने पर आयु बढ़ती है।
  • शिव जी को स्तुति प्रिय है अतः स्तुतियों से करें शिव आराधना---
  • शिव सहस्त्रनामावली का पाठ करें | शिव की सबसे प्रचलित स्तुति है---
ॐ कर्पूर गौरं करुणावतारं
संसार सारं भुजगेन्द्र हारं
सदा वसन्तं हृदयारवृन्दे
भवं भवानी सहितं नमामि !!
जानिए सावन में शिवजी की पूजा का कारण----
देवी सती ने पिता दक्ष के घर में शरीर त्यागने के समय हर जन्म में महादेव को पति बनाने का प्रण लिया था। अगले जन्म में देवी ने पार्वती के
रूप में जन्म लिया और सावन के महीने में निराहार व्रत करके महादेव को प्रसन्न करके उनसे विवाह किया था। इसी वजह से सावन का महीना
शिवजी को प्रिय है। कुंवारी कन्याएं अच्छे वर के लिए और विवाहित महिलाएँ सुहाग की सलामती के लिए सावन के सोमवार का व्रत करती है।
स्त्री पुरुष सभी को सावन के महीने में शिव की पूजा करने से लाभ होता है।
शिव जी का व्रत तीन प्रकार से किया जाता है।
प्रति सोमवार व्रत , सौम्य प्रदोष व्रत और सोलह सोमवार व्रत। तीनो की विधि एक समान ही होती है। व्रत उपवास अवश्य करने चाहिए। भारत में 12 ज्योतिर्लिंग है ,जो की शिव जी के विशेष मंदिर है। इनके दर्शन का बहुत महत्त्व है।
12 ज्योतिर्लिंग इस प्रकार है :
सोमनाथ – गुजरात ,
मल्लिकार्जुन – आन्ध्र प्रदेश ,
महाकालेश्वर – उज्जैन , मध्य प्रदेश ,
ओंकारेश्वर – इंदौर , मध्य प्रदेश ,
केदारनाथ – उत्तराखंड ,
भीमाशंकर – पूना , महाराष्ट्र ,
विश्वनाथ – काशी ,उत्तर प्रदेश ,
त्रयंबकेश्वर – नासिक , महाराष्ट्र ,
बैद्यनाथ – बिहार ,
नागेश्वर – द्वारिका , गुजरात ,
रामेश्वरम – रामनाथ पुरम , तमिलनाडु ,
घृष्णेश्वर – दौलताबाद , महाराष्ट्र

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