टेरर फंडिंग करने वाला आया एटीएस कि गिरफ्त में

टेरर फंडिंग करने वाला आया एटीएस कि गिरफ्त में

पाकिस्तानी हैंडलर और आतंकवादी ऑपरेटरों के बीच एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि का आदान-प्रदान हुआ

लखनऊ:जम्मू काश्मीर ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी पकिस्तान के इशारे पर टेरर फंडिंग कि जा रही थी जिसके सरगना के तार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर से जुड़ा हुआ है |

मामले का खुलासा तब हुआ जब टेरर फंडिंग के सरगना रमेश शाह की गिरफ्तारी पुणे से हुई अब ATS रमेश शाह को यूपी लेकर आ रही है | रमेश शाह ने जांच एजेंसियों को जिस तरह के खुलासे किये हैं उससे यह साफ़ है कि अभी तक करोड़ों रूपये रमेश शाह बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है और वह बीते कई वर्षो से गोरखपुर का एक शॉपिंग मार्ट चला रहा था। समाचार एजेंसी को दी गई जानकारी कि इस आपराधिक षडयंत्र में छह लोग शामिल थे और उन्होंने पकिस्तानी हैंडल के दिशानिर्देश पर इंटरनेट के जरिए विभिन्न बैंक खातों में राशि वितरित की। इन छह लोगों को 24 मार्च को गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था। 28 वर्षीय रमेश शाह इस गैंग का सरगना है।

गोरखपुर टेरर फंडिंग मामले में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद रोधी दल (एटीएस) ने संयुक्त अभियान में मास्टरमाइंड रमेश शाह को पुणे से गिरफ्तार किया है। रमेश शाह आतंकवादी संगठनों का वित्त पोषण करता था।

रमेश शाह की गिरफ़्तारी मंगलवार को हुई

एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि रमेश की गिफ्तारी पुणे से मंगलवार को हुई और उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। एटीएस महानिरीक्षक असीम अरुण ने कहा कि रमेश को यहां लाए जाने के बाद उसे उत्तर प्रदेश अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा और पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।

अधिकारी ने आईएएनएस को बताया एटीएस अधिकारी ने कहा कि शाह के इशारे पर पाकिस्तानी हैंडलर और आतंकवादी ऑपरेटरों के बीच एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि का आदान-प्रदान हुआ। बड़ी रकम मध्यपूर्व, जम्मू एवं कश्मीर, केरल से आती है और इसका वितरण विभिन्न राज्यों में किया जाता है।

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