ICC के फैसले को श्री लंका के कप्तान ने किया चैलेन्ज
स्पोर्ट्स डेस्क -श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल ने आईसीसी द्वारा लगाए गए बैन के खिलाफ अपील की है। गौरतलब है कि चांदीमल को बॉल टेंपरिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद आईसीसी ने उन पर एक टेस्ट मैच का प्रतिबंध लगाया था। अंपायर अलीम दार, इयान गोउल्ड और तीसरे अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने चांदीमल पर वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच बॉल टेम्परिंग का आरोप लगाया था।
आईसीसी ने एक ट्वीट में जानकारी देते हुए बताया , 'बॉल टेंपरिंग मामले में दोषी पाए जाने के बाद खुद पर लगे एक टेस्ट मैच के प्रतिबंध को लेकर चांदीमल ने अपील की है। इस अपील के बाद चांदीमल अपनी टीम के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में मैदान पर मौजूद रहेंगे।' बता दें कि चांदीमल पर एक मैच के प्रतिबंध के अलावा दो प्रतिबंधित अंक और मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना भी लगाया था।
बता दें कि श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल को गेंद से छेड़छाड़ मामले में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट से निलंबित कर दिया गया था। दरअसल, उन्हें ग्रास आइसलेट में हुए दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन गेंद से छेड़छाड़ करने के मामले में दोषी पाया गया था।
सेंट लूसिया टेस्ट की समाप्ति के बाद हुई सुनवाई में श्रीलंका टीम प्रबंधन की उपस्थिति में वीडियो साक्ष्य पेश किए गए। चांदीमल ने माना कि उन्होंने मुंह में कुछ डाला था लेकिन उन्हें ठीक से याद नहीं कि वो क्या था।
मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने संहिता के अनुसार दो निलंबन अंक और पूरी मैच फीस कटौती की सजा सुनाई। दो निलंबन अंक मिलने का मतलब एक टेस्ट या दो वन-डे या दो टी-20 पर प्रतिबंध है जो भी पहले आए।
इसके बाद आईसीसी ने अपने फरमान में कहा था कि चांदीमल 23 जून से खेले जाने वाले बारबाडोस टेस्ट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में चार डिमेरिट अंक भी जोड़ गए थे। टीवी फुटेज में दिखाया गया कि दिनेश ने अपनी जेब से कुछ निकाला और कुछ सेकंड उसे चबाने या निगलने के बाद अपनी उंगली पर कुछ थूका और उस लार से गेंद को चमकाने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि कुछ महीनों पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और कैमरन बैनक्राफ्ट को आईसीसी ने बॉल टेंपरिंग मामले में दोषी मानते हुए बड़ा प्रतिबंध लगाया था, जिसे तीनों ही खिलाड़ियों ने चुपचाप स्वीकार कर लिया था।
BREAKING: Dinesh Chandimal has appealed against the match referee’s findings that saw him suspended for one Test after being found guilty of changing the condition of the ball. pic.twitter.com/2tmoYSQGOd
— ICC (@ICC) 21 June 2018