हिन्दू धर्म में जानिए सुगन्ध या खुशबू का प्रभाव और कैसे उठाएं इसके लाभ

हिन्दू धर्म में जानिए सुगन्ध या खुशबू का प्रभाव और कैसे उठाएं इसके लाभ

इसलिए जिस व्यक्ति के जीवन में सुगंध नहीं उसके जीवन में शांति भी नहीं|
डेस्क-हिन्दू धर्म में सुगंध या खुशबू का बहुत महत्व माना गया है। वह इसलिए कि सात्विक अन्न से शरीर पुष्ट होता है तो सुगंध से सूक्ष्म शरीर। यह शरीर पंच कोष वाला है। जड़, प्राण, मन, विज्ञान और आनंद।
सुगंध से प्राण और मनोमय कोष पुष्ट होता है। इसलिए जिस व्यक्ति के जीवन में सुगंध नहीं उसके जीवन में शांति भी नहीं। शांति नहीं तो सुख और समृद्धि भी नहीं।
सुगंध का असर :
  • सुगंध से आपना मस्तिष्क बदलता है, सोच बदलती और सोच से भविष्य बदल जाता है।
  • सुगंध आपके विचार की क्षमता पर असर डालती है।
  • यह आपकी भावनाओं को बदलने की क्षमता रखती है।

सुगंध के लाभ :

  • सुगंध के चमत्कार से प्राचीनकाल के लोग परिचि‍त थे तभी तो वे घर और मंदिर आदि जगहों पर सुगंध का विस्तार करते थे।
  • यज्ञ करने से भी सुगंधित वातावरण निर्मित होता है।
  • सुगंध के सही प्रयोग से एकाग्रता बढ़ाई जा सकती है।
  • सुगंध से स्नायु तंत्र और डिप्रेशन जैसी बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
  • जानिए सुगंध का सही प्रयोग कैसे करें और साथ ही जानिए सुगंध का जीवन में महत्व।
  • मनुष्य का मन चलता है शरीर के चक्रों से।
  • इन चक्रों पर रंग, सुगंध और शब्द (मंत्र) का गहरा असर होता है।
  • यदि मन की अलग-अलग अवस्थाओं के हिसाब से सुगंध का प्रयोग किया जाए तो तमाम मानसिक समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
सावधानी :
  • सुगंध आपकी सेहत और घर के वातावरण को नुकसान पहुंचा सकती है।
  • अपने को अच्छा महसूस करवाने के लिए लोग अक्सर इत्र का प्रयोग करते हैं।
  • परफ्यूम के इस्तेमाल से आप हमेशा अच्छा महसूस करने के साथ ही एक फ्रेशनेस का एहसास भी करते हैं।
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  • सफेद कपड़े पहनकर किसी भी देव-स्थल पर लाल गुलाब व चमेली का इत्र चढ़ाने से प्रेम विवाह में आ रही बाधाएं दूर होंगी।
  • अगर आपको अचानक से धन का नुकसान हो रहा है तो सात शुक्रवार को अपने पत्नी के माध्यम से सुहागिनों को लाल वस्तु उपहार दें।
  • इसके साथ ही उपहार में इत्र जरूर दें।
  • इससे तुरंत लाभ होगा।
  • आप अपने आॅफिस में लोगों पर प्रभाव डालना चाहते हैं तो मोगरा, रातरानी और चंदन का इत्र प्रयोग करें ।
  • आॅफिस में आपसे सब खुश रहेंगे।
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भूरे रंग के पर्श में किन्ही चार नोटो प र चंदन का इत्र लगाकर रखने से आपका पर्श हमेशा पैसों से भरा रहेगा लेकिन ध्यान रहें कि इन नोटो को खर्च न करें।अगर पति और पत्नी अपने बीच प्रेम के साथ ही घर में धन व समृद्धि को बढ़ाना चाहते है तो शुक्ल पक्ष की शुक्रवार को माता लक्ष्मी को श्रृंगार के सामान के साथ इत्र भेट करें।मंदिर में चंदन, कपूर, चंपा, गुलाब, केवड़ा, केसर और चमेंली को इत्र भेंट करने या लगाने से देवी और देवता प्रसंन होते हैं। अगर आपका जन्म बुधवार यश बुध नक्षत्र में हुआ है तो बुधवार को चमेली का तेल या चमेली का इत्र को पीपल के पेड़ पर छिड़के। इससे इस नक्षत्र के लोगो को लाभ जरूर होगा।
जानिए कैसे करें सुगंध का उपयोग :
  • यदि आप सुगंध के रूप में धूपबत्ती या अगल बत्ती जला रहे हैं या घर में कहीं पर इत्र का उपयोग कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि सुगंध प्राकृतिक और हल्की होना चाहिए।
  • बहुत तीखी सुगंध का विपरित असर हो सकता है।
  • भीनी-भीन सुगंध ही असरकारक होती है।
  • और यदि शरीर पर सुगंध का उपयोग कर रहे हैं तो कलाइयों पर, गर्दन के पीछे और नाभि पर लगाकर इसका उपयोग करें।
  • अगर आप चाहें तो जल में भी सुगंध डालकर इससे स्नान कर सकते हैं।
  • विद्यार्थियों, अविवाहितों को केवल चंदन का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • काम करने या पूजा करने के पहले ही सुगंध का उपयोग करना चाहिए।
  • कार्यस्थल या पूजा स्थल पर चंदन और गुग्गल की सुगंध का ही उपयोग करना चाहिए इससे कार्य और पूजा में मन लगा रहता है।


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