आप भी शाम को करते हैं पूजा तो इन बातों का रखें खास ध्यान
संध्या के बाद पूजा करते हैं तो पूजा के लिए फूल तोड़ कर न लाएं, सूर्य डूब जाने के बाद फूलों को छेड़ना अच्छा नहीं माना जाता।
डेस्क-हर घर में पूजा घर जरूर होता है। जिसमें लोग नियमित तौर पर भगवान का ध्यान कर पूजा और उपवासना करते हैं। पर कई बार ऐसा होता है सुबह शाम पूजा-पाठ करने के बाद मन को शांति मिलती है व घर में सुख का वास नहीं होता।
सूर्यास्त के बाद देवी-देवता सोने चले जाते हैं
इसके पीछ यह कारण भी हो सकता है कि आप करते समय नियमों का पालन नहीं करते हैं। अगर आप पूजा करते समय कई छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखेंगे तो इससे देवता प्रसन्न होते हैं जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और आपकी मनोकामना भी पूरी होती है। अगर आप सूर्य डूब जाने के बाद या रात होने पर पूजा कर रहे हैं तो शंख और घंटियां कभी ना बजाए। क्योंकि सूर्यास्त के बाद देवी-देवता सोने चले जाते हैं।
संध्या के बाद पूजा करते हैं तो पूजा के लिए फूल तोड़ कर न लाएं, सूर्य डूब जाने के बाद फूलों को छेड़ना अच्छा नहीं माना जाता।
- सूर्य भगवान दिन के देवता हैं। इसलिए दिन में अगर कोई विशेष पूजा कर रहे हैं तो साथ में सूर्यदेव की पूजा भी जरूर करनी चाहिए, परंतु सूर्य डूब जाने के बाद सूर्य देव की पूजा ना करें।
- पूजा के स्थान पर भंगवान की बहुत बड़ी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए।
- ज्यादा से ज्यादा आप छह इंच की मूर्ति रख सकते हैं।
- संध्या होने के बाद तुलसी का पत्ता गलती से भी न तोड़ें इससे लक्ष्मी नाराज हो जाएंगी।
- इसलिए अगर शाम या रात में पूजा करनी है तो दिन के समय ही तुलसी पत्ता तोड़ कर रख लें।
- जब भी पूजा करें ध्यान रखें देवी-देवाताओं को अनामिका यानि अंगूठे के बगल वाली उंगली से तिलक लगाते हैं।
- पूजा में पान का पता जरूर रखें क्योंकि इससे देवता प्रसन्न होते हैं।
- पूजा करने के बाद दीपक को भगवान के सामने ही रखना चाहिए।
- कई भी इधर-उधर नहीं रखना चाहिए।
- पूजा के दीपक को देसी घी से जलाए तो सफेद बती का इस्तेमाल करें।
- भगवान शिव की पूजा करते वक्त भगवान शिव को कभी भी हल्दी न चढ़ाए।
- घर के पूजा स्थल में कभी भी सुखें फूल या माला न रखें।
- कभी भी गणेश जी को तुलसी, विष्णु जी को चावल, देवी को दूर्वा, सूर्य को विल्व पत्र नहीं चढ़ाना चाहिए इससे भगवान नाराज हो जाते हैं।
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