कर्ण का अंतिम संस्कार श्रीकृष्ण ने अपने हाथों पर क्यों किया जानिए
कर्ण ने अपने दांत तोड़कर कृष्ण को दे दिया
डेस्क-जब कर्ण मृत्युशैया पर थे तब कृष्ण उनके पास उनके दानवीर होने की परीक्षा लेने के लिए आए। कर्ण ने कृष्ण को कहा कि उसके पास देने के लिए कुछ भी नहीं है। ऐसे में कृष्ण ने उनसे उनका सोने का दांत मांग लिया। कर्ण ने अपने समीप पड़े पत्थर को उठाया और उससे अपना दांत तोड़कर कृष्ण को दे दिया।
कर्ण ने एक बार फिर अपने दानवीर होने का प्रमाण दिया जिससे श्री कृष्ण काफी प्रभावित हुए। श्रीकृष्ण ने कर्ण से कहा कि वह उनसे कोई भी वरदान मांग़ सकते हैं। कर्ण ने कृष्ण से कहा कि एक निर्धन सूत पुत्र होने की वजह से उनके साथ बहुत छल हुए हैं।
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कर्ण ने वरदान मांगे
- वरदान के रूप में कर्ण ने यह मांगा कि अगले जन्म अगर हो तो वह श्रीकृष्ण के राज्य में जन्म लें |
- उन्होंने कृष्ण से कहा कि उनका अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर होना चाहिए जहां कोई पाप ना हो।
- पूरी पृथ्वी पर ऐसा कोई स्थान नहीं होने के कारण श्रीकृष्ण ने कर्ण का अंतिम संस्कार अपने ही हाथों पर किया।
- इस तरह दानवीर कर्ण मृत्यु के पश्चात साक्षात वैकुण्ठ धाम को प्राप्त हुए।