जिंदा किसान को मरा दिखाकर भू माफियाओं ने हड़प ली जमीन, डीएम से लगाई इंसाफ की गुहार

जिंदा किसान को मरा दिखाकर भू माफियाओं ने हड़प ली जमीन, डीएम से लगाई इंसाफ की गुहार

भू माफियाओं द्वारा उसकी जमीन हड़पने का मामला सामने आया

बाराबंकी-जिंदा किसान को मरा हुआ दिखाकर भू माफियाओं द्वारा उसकी जमीन हड़पने का मामला सामने आया है। अपनी जमीन पर वापस कब्जा पाने के लिए किसान दर-दर की ठोंकरे खा रहा है लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिसके बाद थकहार कर जमीन से बेदखल हुए किसान ने भारतीय किसान यूनियन के नेता से मिलकर मदद की गुहार लगाई।किसान नेता ने पीड़ित किसान की आवाज बाराबंकी के जिलाधिकारी तक पहुंचाई और उन्हें पूरे मामले का जानकारी दी।

पूरा मामला तहसील रामसनेहीघाट के गांव करौंधिया का है। जहां का एक बजुर्ग किसान अभी जिंदा है लेकिन भूमाफियाओं ने उसे मरा हुआ दिखाकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। पीड़ित किसान का आरोप है कि इनकी 10 बीघा पक्की जमीन को जालसाजी करके गांव के ही कुछ लोगों ने चकबन्दी अधिकारी से सांठगांठ कर अपने नाम वरासत करा लिया और उसपर जबरन कब्जा कर लिया। धोखाधड़ी का शिकार हुआ बुजुर्ग किसान काफी दिन तक खुद को जिंदा बताते हुए न्याय के लिए दर दर भटकता रहा लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नही हुई।

दोषियों पर कार्रवाई की मांग की
थक हार कर पीड़ित किसान भाकियू नेता के साथ जिलाधिकारी उदय भानु से न्याय की गुहार लगाने पहुंचा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। जिसपर मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने जालसाजों के खिलाफ तत्काल कार्यवाई करने और 15 दिनों में पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। भाकियू नेता मुकेश सिंह का कहना है कि किसान के साथ धोखाधड़ी हुई है और उसे न्याय नहीं मिल रहा। जिसकी शिकायत हमने जिलाधिकारी से की है।

किसान यूनियन के नेता एक किसान को लेकर आए
वहीं इस मामले पर डीएम उदय भानु त्रिपाठी ने कहा कि किसान यूनियन के नेता एक किसान को लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि यह किसान जीवित है और राजस्व अभिलेखों में उनको मरा हुआ दिखा दिया गया है। इसका चकबंदी न्यायालय में मुकदमा चल रहा है। मैंने इस मामले के जल्द निस्तारण और दोषियों के खिलाफ सखेत कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं।

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