पांडवों ने किया था यहां शिवलिंग की स्थापना जलाभिषेक करने से होती है सारी मनोकामनाएं पूरी

पांडवों ने किया था यहां शिवलिंग की स्थापना जलाभिषेक करने से होती है सारी मनोकामनाएं पूरी
  • लोधेश्वर महादेवा में सावन मेला शुरू,
  • शिवभक्तों का लगा जमावड़ा,
  • सावन के पहले सोमवार पर दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालु

बाराबंकी -के प्रमुख शिव मंदिर लोधेश्वर महादेवा में सावन मेला शुरू हो गया। दूरदराज से शिवभक्तों के आने का सिलसिला भी तेज हो गया है। दूर-दूर से पहुंच रहे शिवभक्त विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर महादेव के दरबार में माथा टेककर अपनी मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना कर रहे हैं। सावन के पहले सोमवार पर यहां हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिसके लिए जिला प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है।

- देवाधिदेव महादेव की आराधना के लिए महादेवा में शिवभक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया है। आज सावन के पहले सोमवार के चलते महादेवा में साइकिल, बाइक, ट्रैक्टर समेत दूसरे वाहनाें से शिवभक्त जयकारा लगाते गाते-झूमते महादेवा पहुंच रहे हैं। लोधेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों के सैलाब के बीच मध्यरात्रि के बाद कपाट खुलते ही शिवभक्त देवाधिदेव महादेव का जलाभिषेक कर रहे हैं। एक महीने तक महादेवा मंदिर में चलने वाले विशेष अनुष्ठान और श्रृंगार आरती में श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बन रही है।


ऐसी मान्यता है कि लोधेश्वर महादेव की स्थापना पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान की थी। मंदिर की मान्यता इतनी है कि दूर-दूर से लोधेश्वर महादेव का जलाभिषेक करने के लिए सावन मास में श्रद्धालुओं को रेला आता है। सावन के सोमवार के चलते प्रदेश भर से हजारों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। सारा मंदिर क्षेत्र बम भोले, जय भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान हो उठा है और पवित्र शिवलिंग के दर्शन करने की मानों होड़ सी लगी है। मंदिर और मंदिर के आसपास पुलिस-प्रशासन ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है। मंदिर के आस-पास बैरिकेटिंग, लाइट के साथ ही भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है ।

महादेवा मंदिर के मठ पुजारी आदित्य महाराज जी के अनुसार सावन का शिवभक्तों के लिए बड़ा महत्त्व है। इस दिन भगवान शिव हर शिवलिंग में विराजते हैं। इस दिन बेलपत्र, धतूरा, भांग, मदार के फूल और शमी की लकड़ी से भगवान का पूजन किया जाता है। सावन में महादेव के दर्शन के लिए यहां दो-तीन प्रदेशों से श्रद्धालु यहां बाते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना करते हैं। पुजारी ने बताया कि सावन भर मंदिर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रहती है। मंदिर के आसपास बैरिकेटिंग के साथ-साथ भरी पुलिस बल तैनात रहता है।


लोधेश्वर महादेवा में जलाभिषेक के लिए जिले के अलावा लखनऊ, बहराइच, कानपुर, उन्नाव, उरई, जालौन समेत कई जिलों से बड़ी तादात में शिव भक्त आए। बहराइच से अपने साथियों के साथ आए नंदू यादव ने बताया कि वह हर सावन में एक बार लोधेश्वर के दर्शन करने जरूर आते हैं। यहां आकर उनको बहुत खुशी मिलती है। वहीं लखनऊ की आयशा सिंह ने बताया कि वह पिछले पांच सालों से बराबर यहां आती हैं और लोधेश्वर महादेव की कृपा से उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। करनैलगंज से आए श्रद्धालु आकाश ने बताया कि वह अपने घर परिवार की खुशहाली के लिए हर साल यहां आते हैं और भोलेनाथ के दर्शन करते हैं। मंदिर परिसर में पूजा-पाठ का सामान बेचने वाले लक्ष्मण कुमार सैनी ने बताया कि दर्शन के लिए दूर-दूर से आए श्रद्धालु उसके पास से बेल पत्र, धतूरा, भांग, मदार का फूल और बेर समेत तमाम सामग्री लेकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करते है.

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