15 अगस्त को नागपंचमी, जानिए कैसे मनाएं यह पर्व
नागपंचमी पर ॐ नम: शिवाय और महामृत्युंजय मंत्रों का जाप सुबह-शाम करना चाहिए।
डेस्क-15 अगस्त 2018 को नागपंचमी बुधवार के दिन है। पूजा का मुहूर्त सुबह 05:54 से 08:30 तक है। तड़के 03:27 पर नाग पंचमी शुरू होगी, जो रात 01:51 पर समाप्त होगी।
नागपंचमी पर इस बार बेहद शुभ संयोग बन रहा है। इसलिए नाग के 12 स्वरूपों की पूजा एक खास विधि अनुसार करेंगे तो भगवान भोलेनाथ खुश होंगे और हर मनोकामना पूरी करेंगे।
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इस दिन सांप मारना मना है। पूरे श्रावण माह विशेष कर नागपंचमी को धरती नही खोदना चाहिए । इस दिन व्रत करके सांपों को खीर खिलाई व दूध पिलाया जाता है जबकि यह गलत है। खास तौर पर इस दिन सफेद कमल पूजा में रखा जाता है।
के दिन कैसे करें पूजा
- सुबह उठकर घर की सफाई करके नित्यकर्म से निवृत्त हो जाएं।
- स्नान कर धुले हुए साफ एवं स्वच्छ कपड़े धारण करें।
- नाग पूजन के लिए सेंवई-चावल आदि ताजा भोजन बनाएं।
- इस दिन नागदेव के दर्शन अवश्य करना चाहिए।
- बांबी (नागदेव का निवास स्थान) की पूजा करना चाहिए।
- नागदेव को दूध नहीं पिलाना चाहिए। उन पर दूध चढ़ा सकते हैं।
- नागदेव की सुगंधित पुष्प व चंदन से ही पूजा करनी चाहिए क्योंकि नागदेव को सुगंध प्रिय है।
- ॐ कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा का जाप करने से सर्प दोष दूर होता है।
- सुबह उठकर घर की सफाई करके नित्यकर्म से निवृत्त हो जाएं।
- नागपंचमी पर ॐ नम: शिवाय और महामृत्युंजय मंत्रों का जाप सुबह-शाम करना चाहिए।
- इस दिन महिलाएं दीवारों पर नाग का चित्र बनाकर दूध से स्नान कराके विभिन्न मंत्रों से पूजा अर्चना करती हैं।
- इससे पहले शिव जी की पूजा होती है।
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