कछुए की अंगूठी पहनने से आती है पॉजिटिव एनर्जी
Aug 18, 2018, 05:41 IST
कछुआ भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों में से एक माना जाता है|
डेस्क-कछुआ शांति, धैर्य, निरंतरता और समृद्धि का प्रतीक होता है| माना जाता है कि विष्णु पत्नी लक्ष्मी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थीं इसलिए कछुआ लक्ष्मी जी का भी प्रिय होता है|
कछुए की अंगूठी का भी विशेष महत्व होता है। रत्नों और धातुआों से बनी अंगूठी की तरह ही कछुए के आकार की अंगूठी से दुर्भाग्य दूर होता है। फेंगशुई में कछुए को सुख-समृद्धि और गुडलक का प्रतीक माना गया है।
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आइए जानते है पहनने के जाने क्या है फायदे
- कछुए की अंगूठी से वास्तुशास्त्र को दूर करता है और घर से नेगेटिव एनर्जी के स्थान पर पॉजिटिव एनर्जी आती है।
- भारतीय ज्योतिष में कछुए को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।
- इसलिए इसको पहनने से घर पर धन और सुख-समृद्धि आती है।
- कछुआ शान्ति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है इसलिए इसकी अंगूठी पहनने से मनुष्य के अंदर धैर्य और शान्ति आती है।
- कछुए की अंगूठी को केवल चांदी की धातु से ही बनवाना चाहिए तभी शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- कछुए की अंगूठी को दाये हाथ में ही पहननी चाहिए।
- बाएं हाथ में पहनने से इसका लाभ नहीं मिलता।
- कछुए की अंगूठी को हमेशा तर्जनी और बीच की उंगली में पहनना चाहिए।
- कछुए की अंगूठी को पहनते वक्त इस बात का ध्यान देना चाहिए कछुए का सिर बाहर की ओर होना चाहिए।