Asthma के लिये फायदेमंद है तुलसी और वासा

Asthma के लिये फायदेमंद है तुलसी और वासा

Asthma के रोगी को तुलसी की चाय पीने से मिलता है फायदा |

डेस्क-प्रदूषण के कारण बहुत से लोगों को हेल्थ से जुडी प्रॉब्लम होने लगती है| इनमें से एक है सांस लेने की तकलीफ यानि Asthma होती है |

Asthma के रोगियों को तुलसी की 10 पत्तियों के साथ वासा (अडूसा या वासक) का 250 मिलीलीटर पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर दें। लगभग 21 दिनों तक सुबह यह काढ़ा पीने से आराम हो जाता है|

रोगों को दूर करने के घरेलू उपाय

सर्दी बुखार और साँस के पुराने रोगों के लिये तुलसी

  • तुलसी की 21 पत्तियाँ स्वच्छ खरल या सिलबट्टे (जिस पर मसाला न पीसा गया हो) पर चटनी की भाँति पीस लें और 10 से 30 ग्राम मीठे दही में मिलाकर नित्य प्रातः खाली पेट तीन मास तक खाएँ।
  • दही खट्टा न हो। यदि दही माफिक न आये तो एक-दो चम्मच शहद मिलाकर लें।
  • छोटे बच्चों को आधा ग्राम तुलसी की चटनी शहद में मिलाकर दें।
  • दूध के साथ भूलकर भी न दें।
  • औषधि प्रातः खाली पेट लें।
  • आधा एक घंटे पश्चात नाश्ता ले सकते हैं|

मौसमी खाँसी के लिये सेंधा नमक

  • सेंधा नमक की लगभग 5 ग्राम डली को चिमटे से पकड़कर आग पर, गैस पर या तवे पर अच्छी तरह गर्म कर लें।
  • जब लाल होने लगे तब गर्म डली को तुरंत आधा कप पानी में डुबोकर निकाल लें और नमकीन गर्म पानी को एक ही बार में पी जाएँ।
  • ऐसा नमकीन पानी सोते समय लगातार दो-तीन दिन पीने से खाँसी, विशेषकर बलगमी खाँसी से आराम मिलता है।
  • नमक की डली को सुखाकर रख लें एक ही डली का बार बार प्रयोग किया जा सकता है|

बैठे हुए गले के लिये मुलेठी का चूर्ण

  • मुलेठी के चूर्ण को पान के पत्ते में रखकर खाने से बैठा हुआ गला ठीक हो जाता है।
  • सोते समय एक ग्राम मुलेठी के चूर्ण को मुख में रखकर कुछ देर चबाते रहे।
  • फिर वैसे ही मुँह में रखकर जाएँ। प्रातः काल तक गला साफ हो जायेगा।
  • गले के दर्द और सूजन में भी आराम आ जाता है|

श्वास रोगों के लिये दूध और पीपल

  • एक पाव दूध में 5 पीपल डालकर गर्म करें|
  • इसमें चीनी डालकर सुबह और ‘शाम पीने से साँस की नली के रोग जैसे खाँसी|
  • जुकाम, दमा, फेफड़े की कमजोरी तथा वीर्य की कमी आदि रोग दूर होते हैं|

अच्छी नींद के लिये मलाई और गुड़

  • रात में नींद न आती हो तो मलाई में गुड़ मिलाकर खाएँ और पानी पी लें।
  • थोड़ी देर में नींद आ जाएगी|

कमजोरी को दूर करने उपाय

  • एक-एक चम्मच अदरक व आंवले के रस को दो कप पानी में उबाल कर छान लें।
  • इसे दिन में तीन बार पियें।
  • स्वाद के लिये काला नमक या शहद मिलाएँ|

घमौरियों के लिये मुल्तानी मिट्टी

  • घमौरियों पर मुल्तानी मिट्टी में पानी मिलाकर लगाने से रात भर में आराम आ जाता है|

पेट के रोग दूर करने के लिये मट्ठा

  • मट्ठे में काला नमक और भुना जीरा मिलाएँ और हींग का तड़का लगा दें।
  • ऐसा मट्ठा पीने से हर प्रकार के पेट के रोग में लाभ मिलता है।
  • यह बासी या खट्टा नहीं होना चाहिये|

खुजली की घरेलू दवा

  • फटकरी के पानी से खुजली की जगह धोकर साफ करें, उस पर कपूर को नारियल के तेल मिलाकर लगाएँ लाभ होगा|

मुहाँसों के लिये संतरे के छिलके

  • संतरे के छिलके को पीसकर मुहाँसों पर लगाने से वे जल्दी ठीक हो जाते हैं।
  • नियमित रूप से 5 मिनट तक रोज संतरों के छिलके का पिसा हुआ मिश्रण चेहरे पर लगाने से मुहाँसों के धब्बे दूर होकर रंग में निखार आ जाता है|

बंद नाक खोलने के लिये अजवायन की भाप

  • एक चम्मच अजवायन पीस कर गरम पानी के साथ उबालें और उसकी भाप में साँस लें।
  • कुछ ही मिनटों में आराम मालूम होगा|

चर्मरोग के लिये टेसू और नीबू

  • टेसू के फूल को सुखाकर चूर्ण बना लें।
  • इसे नीबू के रस में मिलाकर लगाने से हर प्रकार के चर्मरोग में लाभ होता है|

माइग्रेन के लिये काली मिर्च, हल्दी और दूध

  • एक बड़ा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण एक चुटकी हल्दी के साथ एक प्याले दूध में उबालें।
  • दो तीन दिन तक लगातार रहें।
  • माइग्रेन के दर्द में आराम मिलेगा|

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