छुट्टा जानवरों पर किसानों के सब्र का टूटा बाँध ,मुख्य मार्ग किया जाम

छुट्टा जानवरों पर किसानों के सब्र का टूटा बाँध ,मुख्य मार्ग किया जाम

बाराबंकी -जब से प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आयी है और उन्होंने अवैध बूचड़खाने पर रोक की बात कही है तबसे क्या गाँव , क्या शहर हर जगह छुट्टा जानवरों की बाढ़ से आ गयी है ।

यह छुट्टा जानवर किसानों की फसलों को अपनी फसल समझ कर उसका सत्त्यनाश कर रहे है । जो किसानों को बहुत भारी पड़ रहा है । किसानों की इसी दुर्दशा पर भारतीय किसान यूनियन ( भानु गुट ) ने आज बड़ी संख्या में किसानों के साथ शहर के मुख्य मार्ग पर पदयात्रा की और इस मार्ग को जाम कर दिया । प्रदर्शन में किसान सड़क पर बैठ कर जहाँ उसे जाम कर दिया वहीं वह जिलाधिकारी को मौके पर आकर ज्ञापन लेने की बात पर अड़ गए ।

आज किसानों का गुस्सा सिर चढ़ कर बोला

  • बाराबंकी में आज किसानों का गुस्सा सिर चढ़ कर बोला । भारतीय किसान यूनियन ( भानु गुट ) ने आज जिले को बहराइच , गोण्डा , फैज़ाबाद और राजधानी लखनऊ को जोड़ने वाले मुख्यमार्ग पर दो किलोमीटर तक पदयात्रा की ।
  • इस दौरान किसानों ने सरकार विरोधी नारे लगाए । पदयात्रा के बाद जब किसान शहर के मुख्य चौराहे पर पहुँचे तो उनके सब्र का बाँध टूट गया । किसान उसी चौराहे पर बैठ कर प्रदर्शन करने लगे और सड़क को जाम कर दिया । प्रदर्शन में शामिल किसानों ने नारा लगाया कि " योगी जी प्रबन्ध करो , छुट्टा जानवर बन्द करो " ।

इस दौरान किसान नेता आशू चौधरी ने बताया कि वह राजकीय इंटर कालेज से पदयात्रा कर रहे है मगर वहाँ से यहाँ तक कोई भी जिले का अधिकारी अब तक पूंछने नाही आया कि यह प्रदर्शन क्यों कर रहे हो । आज एक बीघा , दो बीघा की जमीन वाला किसान हो या दस, बीस बीघा जमीन वाला किसान हो । सब इन छुट्टा जानवरों से परेशान हैं वह बड़ी मेहनत से फसल उगाते है और उसे यह छुट्टा जानवर नष्ट कर जाते है । ऐसे में किसान करे तो क्या करे । इन छुट्टा जानवरों ने किसानों का जीना दूभर कर दिया है । अगर जिले के अफसर यहां आकर हमसे ज्ञापन नही लेंगे तो हम जिले के अधिकारियों के कार्यालय पर छुट्टा जानवर बाँध देंगे ।

किसानों की समस्या सुनने आये अपर जिला मजिस्ट्रेट ( अतिरिक्त ) सुरेन्द्र बहादुर यादव ने कहा कि किसानों ने अपनी समस्याओं का जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उन्हें सौंपा है जिसमे वैसे तो इनकी 9 मांगे है मगर जो मुख्य माँग है कि सरकार छुट्टा जानवरों से इनकी फसलों को बचाने में सहायता करें तो यह इनका माँगपत्र वह प्रधानमंत्री और राज्यपाल को पहुंचाएंगे । वहाँ से जो भी निर्णय होगा तो उसी अनुसार आगे की कार्यवाई की जाएगी ।

देवी मंदिर में एक युवक दी अपनी बलि

Share this story