यह सवर्णों का गांव है कृपया वोट मांगने मत आएं

यह सवर्णों का गांव है कृपया वोट मांगने मत आएं

एससी-एसटी एक्ट का विरोध, घर-घर में चिपकाए पोस्टर, यह सवर्णों का गांव है-वोट मांगकर शर्मिंदा न करें

बाराबंकी -एससी-एसटी एक्ट का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बाराबंकी के गांव गंज बस्ती में भी होर्डिंग लगाकर सवर्णों ने इसका विरोध जताया। इस विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय हिंदू एक्शन कमेटी और राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के कार्यकर्ता शामिल हुए। लोगों ने बैनर लगाया और लिखा कि यह गांव सवर्णों का है और एक्ट का समर्थन करने वाले राजनीतिक दलों के नेता वोट मांग कर उन्हें शर्मिंदा न करें। सभा राजनीतिक पार्टियों का प्रवेश यहां वर्जित है। अप्रिय घटना हो सकता है जिसके जिम्मेदार वह खुद होंगे।

एससीएसटी एक्ट के विरोध में मुखर होते हुए कहा कि वह केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करेंगे और आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे। राष्ट्रीय हिंदू एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने हम लोगों पर काला कानून थोप दिया है। सरकार सवर्णों को इस तरह से नजरअंदाज नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि सवर्णों के लिए आयोग का गठन हो। अजमल कसाब के लिए जब पूरी प्रक्रिया से जांच हुई तो हम लोगों पर इस तरह से यह फैसला क्यों थोपा जा रहा है। राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के महासचिव ने कहा कि यह पूरा गांव सवर्णों का है और हम लोग एससी/एसटी का कड़ा विरोध कर रहे हैं।

रिपोर्टर,__सैफ मुख्तार

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