डीपीआरओ पर रिश्वत मांगने का आरोप, महिला ने जमकर काटा हंगामा
पीलीभीत -सौरभ दीक्षित-भले ही योगी जी भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा करते हो पर उनके इस दावे की जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है। मामला पीलीभीत से जहां पति के निलंबन के बाद 13 माह से वेतन न मिलने के कारण आर्थिक तंगी झेल रही सफाईकर्मी की पत्नी सोमवार को डीपीआरओ कार्यालय पति का वेतन निकलवाने पहुंच गई।
आरोप है कि डीपीआरओ ने इसके लिए रिश्वत मांगी। रुपये देने में असमर्थता जाने पर उन्होंने महिला के सामने शाम को कमरे पर आकर मिलने का प्रस्ताव रखा। इस सफाईकर्मी की पत्नी बिगड़ गई और उसने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते है मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को डीपीआरओ ऑफिस से बाहर निकाल दिया।
बरखेड़ा के कुंदनपुर निवासी कृष्ण कुमार सफाई कर्मी पद पर तैनात है। वह पिछले सात महीनों से निलंबत चल रहा है। उसे पिछले 13 महीनों से न तो आधा वेतन मिला और न ही कोई अन्य भुगतान हुआ। वेतन भुगतान के लिए कर्मचारी और उसकी पत्नी कमला देवी विभाग के कई चक्कर लगाए। इसके बाद भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
निलंबित सफाई कर्मचारी की पत्नी ने बताया कि वेतन की मांग को लेकर सोमवार को वह डीपीआरओ कार्यालय में पहुंची थीं। वेतन निकालने के लिए डीपीआरओ प्रमोद कुमार यादव ने रुपये रिश्वत की मांग की। आरोप है कि रुपये देने में असमर्थता जताने पर डीपीआरओ ने उसे अकेले कमरे पर आने को कहा। इस पर सफाई कर्मी की पत्नी ने डीपीआरओ को खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया। महिला के हंगामा करने के पर लोग एकत्रित हो गए। जानकारी मिलते ही पुलिस आ गई और उसे महिला को डीपीआरओ दफ्तर के बाहर निकाल दिया।
मासूम बच्चे के इलाज को लाचार है महिला
पीड़ित महिला ने बताया कि पति को 13 महीनों से विभाग से वेतन न मिलने पर घर में आर्थिक तंगी है। वह रिश्तेदारों से रुपये उधार लेकर अपना खर्च चला रही है। जब से उसके पति निलंबित है तब से वह भी बीमार रहते हैं। महिला ने बताया कि उसका एक मासूम बच्चा। इस दौरान उसके बच्चे की हालत ठीक नहीं है। बच्चे की इलाज कराने के लिए उसके पास रुपये तक नहीं हैं।
पहले भी आई थी महिला
महिला ने बताया कि वह चार दिन पहले भी विकास भवन में डीपीआरओ से मिलने आई थी। उसने पति के वेतन की मांग की थी, पर डीपीरआरओ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की। इससे पहले भी वह कई बार डीपीआरओ से मिली पर हर बार उसे टहला दिया गया।
पीटने की सूचना पर हड़कंप
विकास भवन में अचानक शोर मचा कि एक महिला ने डीपीआरओ पर हाथ छोड़ दिया। इस पर डीपीआरओ कार्यालय के सामने कर्मचारियों की भीड़ एकत्र हो गई। हालंकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी कि महिला ने वास्तव में डीपीआरओ पर हाथ छोड़ा। डीपीआरओ के पिटने की चर्चा अलबत्ता विकास भवन में खूब रही।
पुलिस, प्रशासन मौके पर ,
महिला के हंगामे की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना द्विवेदी, सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल, सदर कोतवाल पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। सूचना पर डायल 100 पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने महिला को तत्काल वहां से हटा दिया।
डीपीआरओ ने मामले को ले कर साधी चुप्पी
जब मीडिया ने मामले की जानकारी डीपीआरओ से करनी चाहिए तब डीपीआरओ ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उनका कहना है की महिला यहां पर हंगामा कर रही थी तो पुलिस को सूचना दी गयी।