चोरी का पर्दाफाश करने के बजाय शिक्षक को ही चोर साबित करने में जुटी मित्र पुलिस

चोरी का पर्दाफाश करने के बजाय शिक्षक को ही चोर साबित करने में जुटी मित्र पुलिस

परिषदीय स्कूलों में चोरी की घटनाओं ने शिक्षक का जीना किया दुशवार

चोरी की घटनाओं पर पुलिस का नहीं रहा कंट्रोल

बलरामपुर(अवनीश पांडेय ) जिले के परिषदीय स्कूलों में चोरों के आतंक से सामान सुरक्षित नहीं है। कहीं गैस सिलेंडर तो कहीं बच्चों की शिक्षण सामग्री तो कहीं खिड़की दरवाजे पल्ले आदि की चोरी से शिक्षक काफी परेशान है। चोरी की घटनाओं का पुलिस ना तो एफ आई आर दर्ज कर रही है। और ना ही घटना का पर्दाफाश कर रही है।
जिले में 1576 प्राथमिक व 646 उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित है। इन स्कूलों में करीब सवा दो लाख छात्र अध्ययनरत है इन स्कूलों में बच्चों को पढ़ने के लिए लाइब्रेरी कंप्यूटर साइंस की सामग्रियों सहित मध्यान भोजन के बर्तन गैस सिलेंडर सहित उत्तम एवं शिक्षण सहयोगी सामग्रियों स्कूल मे चोरों के आतंक का शिकार बनी है इतना ही नहीं स्कूलों के खिड़की दरवाजे पल्ले भी चोरों ने नहीं छोड़ा है।

चोरों के आतंक से विद्यालय के शिक्षक सामग्रियों के रखरखाव के लिए काफी परेशान रहते हैं ।सबसे बड़ी विडंबना यह है कि स्कूलों से सामान चोरी होने पर संबंधित थाने की पुलिस न तो एफ आई आर दर्ज करती है ।नाही घटना में संलिप्त चोरों का पर्दाफाश करती है यही कारण है। कि चोरों का आतंक दिन प्रतिदिन स्कूलों के लिए बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में स्कूलों में रसोई गैस वा सिलेंडर की व्यवस्था की गई है। जानकारों की मानें तो जिले के करीब एक दर्जन स्कूलों से रसोई गैस की चोरी हो चुकी है ।


पूर्व माध्यमिक विद्यालय हंसुआ डोल का दरवाजा तक उखाड़ ले गए चोर

सदर शिक्षा क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय व प्राथमिक विद्यालय हसुआ डोल एक ही कैंपस में बना हुआ है विद्यालय की बाउंड्री वाल तोड़कर चोरों ने स्कूल के करीब आधा दर्जन खिड़की दरवाजे पल्ले उखाड़ ले गए। इतना ही नहीं बच्चों के शिक्षण सामग्री का भी ताला तोड़कर उठा ले गए चोरों के आतंक से विद्यालय के शिक्षकों का जीना दुश्वार कर दिया है। संकुल प्रभारी व विद्यालय प्रधानाध्यापक राजीव त्रिपाठी की माने तो विद्यालय में तड़ ताबड़ हुई चोरी की वारदातों की तहरीर कई बार देहात कोतवाली को दी गई लेकिन ना तो कोई प्राथमिकी दर्ज की गई और ना ही घटना का पर्दाफाश किया गया। पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले को बढ़ा दिया है।


इन स्कूलों में चोरों ने किया लाखों का सामान पार

शिक्षा क्षेत्र शिवपुरा के प्राथमिक विद्यालय हरनावा प्राथमिक विद्यालय बजरडीह प्राथमिक विद्यालय मानी चौक स्कूलों का ताला तोड़कर चोरों ने एमडीएम खाद्यान्न बर्तन उठा ले गए न्याय पंचायत केंद्र संकुल प्राणपुर का ताला तोड़कर 40 फाइबर की कुर्सी व बर्तन पार कर दिया वहीं दूसरी तरफ शिक्षा क्षेत्र श्रीदत्तगंज के प्राथमिक विद्यालय धनौली गाय डीहां चमरूपुर आज स्कूलों में भी चोरों ने बर्तन व खाद्य सामग्री उठा ले गए सदर शिक्षा क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कलवारी में बीते सप्ताह रसोई कक्ष का ताला तोड़कर गैस सिलेंडर चुरा ले गए ।इसी क्रम में पचपेड़वा शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मोतीपुर हड़वाह मैं कई बार ताला टूट चुका है स्कूल के बर्तन गायब हो चुके हैं ।स्थानीय लोगों की माने तो इस स्कूल में अराजक तत्वों का बोलबाला है। विद्यालय बंद होते ही कुछ अराजक तत्व विद्यालय में घुसकर अक्सर नशाखोरी करके स्कूल के संपत्ति को क्षति पहुंचा रहे हैं। घटना की कई बार सूचना संबंधित थाने में देने के बाद भी अंकुश नहीं लगने की बात कही जा रही है ।यह सभी स्कूल तो मात्र बानगी हैं ऐसे ही जिले के सैकड़ों स्कूल है। जहां पर आए दिन चोरों की चोरी से शिक्षक परेशान है लेकिन इन पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है।


प्राथमिकी दर्ज कराने पर उल्टे ही शिक्षक को ही बनाया जा रहा है दोषी

आदर्श शिक्षक शिक्षा मित्र समायोजित संघ के जिला अध्यक्ष देव कुमार मिश्रा व प्राथमिक शिक्षक संघ जिला मंत्री मंगल देव मिश्रा की माने तो स्कूलों में लगातार चोरी की घटनाओं ने शिक्षकों को काफी परेशान कर रखा है। स्कूलों में सामग्रियों के चोरी पर यदि संबंधित थाने में विद्यालय के शिक्षक प्रधानाध्यापक घटना की सूचना देते हैं। तो पुलिस कार्यवाही करने के बजाय उल्टे ही शिक्षक कोही चोर साबित करने में जूट जाती है ऐसी स्थिति में शिक्षक से सिर्फ थाने वाले तहरीर लेकर ठंडे बस्ते में डाल देते हैं ।पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना करने से जहां चोरों के हौसले को बढ़ावा मिल रहा है वहीं शिक्षकों के मनोबल को गिराने का प्रयास किया जा रहा है। संघ नेताओं ने प्रकरण को लेकर जल्द ही पुलिस अधीक्षक से मिलने की बात कही है ।

अधिकारी बोले

बीएसए हरिहर प्रसाद की माने तो स्कूलों में चोरी की घटनाएं आए दिन जानकारी मिल रही है। घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जल्द ही विभाग पुलिस महकमे से वार्ता का सहयोग लेगा।

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