इन नौ औषधियों में होता नौदुर्गा का वास

इन नौ औषधियों में होता नौदुर्गा का वास

नवरात्र के 9 दिनों से संबंधित इन दिव्‍य गुणों वाली नौ औषधियों के बारे में यहां जानें

डेस्क-नवरात्र यानी भक्ति और श्रद्धा के नौ दिन। लेकिन इस दौरान सेहत का भी ध्‍यान रखना बहुत जरूरी है। अगर आप इस समय दवा से भी परहेज करते हैं तो हम आपको ऐसी औषधियों के बारे में बता रहे हैं जिसमें मां दुर्गा का वास होता है। ये नौ औषधियां ऐसी हैं जिसमें दुर्गा के नौ रूप विराजते हैं।

इन नौ औषधियों को दुर्गाकवच कहा जाता है क्‍योंकि माना जाता है कि यह औषधि‍यां रोगों को हरने वाली और उनसे बचाकर रखने के लिए एक कवच के रूप में कार्य करती हैं। आप इन दिनों नवरात्र के 9 दिनों से संबंधित इन दिव्‍य गुणों वाली नौ औषधियों के बारे में यहां जानें।

HappyBirthday Amitabh Bachchan ने कौन बनेगा करोड़पति शो पर मनाया 76वां जन्मदिन

सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी Internet और School-College बंद

प्रथम शैलपुत्री यानी हरड़
देवी दुर्गा के नौ रूप होते हैं। दुर्गाजी के पहले रूप को 'शैलपुत्री' के नाम से जाना जाता हैं। ये ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं और कई प्रकार की समस्याओं में काम आने वाली औषधि‍ हरड़ देवी शैलपुत्री का ही एक रूप हैं।

  • यह आयुर्वेद की प्रधान औषधि है, जो सात प्रकार की होती है।
  • हरड़, जिसे आमतौर से हरितकी के नाम से भी जाना जाता है
  • यूनानी चिकित्सा पद्धति में इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल एंटी-टॉक्सिन के रूप में कंजक्टीवाइटिस, गैस्ट्रिक समस्‍याओं, पुराने और बार-बार होने वाले बुखार, साइनस, एनीमिया और हिस्टीरिया के इलाज में किया जाता है।

Share this story