यहां पढ़ाते थे उर्दू में भगवान राम का पाठ सीएम योगी ने कर दिया बेरोजगार

यहां पढ़ाते थे उर्दू में भगवान राम का पाठ सीएम योगी ने कर दिया बेरोजगार

उर्दू शिक्षकों की भर्ती रद्द होने से क्या होगा उर्दू सीखने वाले छात्रों का

मुस्लिम विद्वानों ने लगाया सरकार पर पक्षपात का आरोप

बाराबंकी-उत्तर प्रदेश में सत्तासीन योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 4 हज़ार उर्दू शिक्षकों की भर्ती को रद्द कर दिया है इससे मुस्लिमो के अगुवाकार उनके मौलाना भड़क उठे है और सरकार पर पक्षपात का आरोप लगा रहे है जबकि सरकार पहले से ही उर्दू शिक्षकों की सँख्या ज्यादा होने का तर्क दे रही है |

जबकि सरकार के इस कदम से उन छात्रों को झटका लगा है जो उर्दू सीखना चाहते है | सरकार की इस कार्यवाई से राजनैतिक गलियारों में हलचल मचना तय है |

बाराबंकी के थाना जैदपुर इलाके के प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर में हम उर्दू शिक्षा की हकीकत जानने जब हम पहुंचे तो यहाँ का नज़ारा ही अजीब दिखा | यहाँ पर तैनात शिक्षक जफरुल हसन अंसारी यहाँ बच्चों को भगवान् राम की कहानी उर्दू में पढ़ाते दिखाई दिए | इस विद्यालय की ख़ास बात यह है कि यहाँ 7 प्रतिशत मुस्लिम बच्चे पढ़ाई करते है और शेष 93 प्रतिशत यहाँ हिन्दू बच्चे पढ़ाई करते है | यह सभी बच्चे अन्य विषयों के साथ उर्दू की शिक्षा भी ग्रहण करते है मुकर पर यह छात्र अपने शिक्षक जफरुल हसन अन्सारी से भगवान् राम की कहानी उर्दू में पढ़ते दिखाई भी दिए |

बच्चों का शैक्षिक ज्ञान जानने के लिए हमने कुछ हिन्दू बच्चों को परखने का प्रयास किया | इन बच्चों की उर्दू में जबरदस्त पकड़ दिखाई दी | उर्दू में इनकी लिखावट ऐसी है कि जिसे देख कर कोई भी अचरज में पड़ जाए | इन बच्चों ने बताया कि वह उर्दू के साथ -साथ हिन्दी ,संस्कृत ,गणित और विज्ञान का भी अध्यन करते है इन सभी विषयों में उनकी पकड़ ठीक वैसी ही है जैसी उर्दू भाषा में है | उर्दू एक भाषा है इसका ज्ञानर्जन उन्हें बहुत अच्छा लगता है | कुछ बच्चों ने तो यहाँ तक बताया कि उर्दू भाषा सिर्फ उन्हें ही नहीं आती बल्कि उनके अभिभावकों को भी अच्छी तरह से आती है |

इस प्राथमिक विद्यालय में उर्दू की शिक्षा दे रहे शिक्षक जफरुल हसन अन्सारी ने बताया कि यहाँ के सभी बच्चे उर्दू भाषा सीखने की ललक रखते है और सभी बच्चे इस विषय में पारंगत भी है सभी की लिखावट अच्छी है , भाषा पर पकड़ अच्छी है | सभी बच्चे अन्य सभी विषयों के साथ पूरी तन्मयता से उर्दू भाषा को सीखते है | उन्हें इस भाषा पर छात्रों की पकड़ देखकर उसे पढ़ाने में उनका उत्साह दोगुना हो जाता है |

उर्दू शिक्षकों की भर्ती रद्द किये जाने का सवाल जब हमने बाराबंकी जनपद के शहर इमाम अबूजर से पूँछा तो उन्होंने बताया कि उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति को रद्द करना यह सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये को दर्शाता है और इसे किसी भी तरह से अच्छा कदम नहीं माना जा सकता | उर्दू एक ऐसी जबान है जो मिठास पैदा करती है सरकार के इस कदम से उन हिन्दू बच्चों को भी परेशानी होगी जो उर्दू सीखने का शौक रखते है | मौलाना अबूजर ने बताया कि उर्दू शिक्षकों को अगर न्याय नहीं मिलता तो उन्हें न्यायलय का दरवाजा खटखटाना चाहिए और वहाँ से न्याय लेना चाहिए |

रिपोर्टर, सैफ मुख्तार

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