बलरामपुर सीएमएस लिपिक के हाई वोल्टेज ड्रामा ने पकड़ा तूल

बलरामपुर सीएमएस लिपिक के हाई वोल्टेज ड्रामा ने पकड़ा तूल

एक दूसरे के आरोप में कहीं 1 करोड़ 40 लाख का गबन हो जाए न गुम

विधायक ने सीएमएस को ही भ्रष्ट बता कर सीएम से हटाने की मांग

बलरामपुर अविनाश पांडे संयुक्त चिकित्सालय सीएमएस लिपिक का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। एक दूसरे को भ्रष्ट साबित करने के लिए होड़ मची हुई है। जिला प्रशासन ने लिपिक अजय श्रीवास्तव पर लगे आरोपों की जांच अभी शुरू नहीं हो सकी है ।किसी भी विधायक ने सीएमएस के भ्रष्टाचार के विरुद्ध जनपद के दो दिवसीय दौरे पर आए सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत कर अविलंब जिले से तबादला करने की मांग करते हुए करवाई की सिफारिश की है।


मामला एक करोड़ 40 लाख घोटाले से जुड़ा हुआ है। संयुक्त जिला अस्पताल में सीएमएस डॉ राजेश मोहन गुप्ता व लिपिक अजय श्रीवास्तव के बीच चल रहा मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच तुलसीपुर एसडीएम विशाल गुप्ता को दी थी शुक्रवार से मामले की जांच शुरू होना था। लेकिन इसी बीच सीएमएस ने छुट्टी लेकर ऑफिस में चाभी भिजवावादी सीएमएस की अनुपस्थिति में जांच कर अभी शुरू नहीं हुआ थकी सी बीच सदर विधायक पलटू राम की शिकायत पर सीएमएस के विरुद्ध भी जांच का आदेश हुआ है। सूत्रों की मानें तो चर्चा यह है कि 28 मई 2018 को सीएमएस डॉ राजेश गुप्ता का तबादला इलाहाबाद से बलरामपुर के लिए हुआ 28 मई को सीएमएस ने जिला संयुक्त चिकित्सालय में कार्यभार ग्रहण किया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद 24 मई 2018 से 27 मई 2018 के बीच मात्र 4 दिनों में एक करोड़ 40 लाख रिपेयरिंग मरम्मत आदि मदों में बजट खर्च करने का मामला सामने आया सीएमएस में इस धन राशि के बारे में लिपिक अजय श्रीवास्तव से पूछताछ की तो मामला तूल पकड़ लिया सूत्रों की मानें तो प्रकरण कुछ इस कदर विवादों से घिर गया है ।कि अब सीएमएस और वरिष्ठ लिपिक आमने सामने आ चुके हैं इनकी विवादों के चलते 1 करोड़ 40 लाख रुपए का मामला पीछे हो गया है। अभी सीएमएस और लिपिक में विवाद चल ही रहा था इसी बीच सीएमएस राजेश मोहन को जान से मारने की धमकी मिलने लगी सीएमएस ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से मिलकर अस्पताल में पुलिस चौकी स्थापित करने सहित सुरक्षा की मांग की जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक को अविलंब सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही साथ ही साथ प्रकरण की जांच के लिए तुलसीपुर उप जिला अधिकारी विशाल गुप्ता व डिप्टी सीएमओ डॉ जयंत कुमार को जिम्मेदारी सौंपते हुए निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया साथ ही साथ जिलाधिकारी ने जांच के दौरान संबंधित लिपिक को मौजूद रहने का निर्देश दिया अभी जांच शुरू ही नहीं हुई थी ।किसी बीच सदर विधायक पलटू राम ने सीएमएस के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए उन पर सरकारी कार्य में रूचि नाले ने निजी प्रैक्टिस करने सरकारी वाहन का दुरुपयोग करने अस्पताल व्यवस्था पर ध्यान ना देना सहित अन्य तमाम आरोप लगाते हुए जांच की सिफारिश की शुक्रवार को सीएमएस लिपिक विवाद की जांच शुरू होनी थी। की इसी बीच सीएमएस व लिपिक दोनों अस्पताल से गायब रहे। जानकारों की मानें तो सीएमएस छुट्टी लेकर इलाहाबाद चले गए जहां पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से मिलकर प्रकरण से अवगत कराया है। सीएमएस लिपिक विवाद में सीएमओ व अन्य संबंधित अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है ।


स्वास्थ्य मंत्री की शरण में पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक


विवाद बढ़ते देखकर सीएमएस डॉ राजेश मोहन गुप्ता लिपिक अजय श्रीवास्तव के खिलाफ साक्ष्यों व पत्रावली ओं के साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर सिद्धार्थ सिंह की शरण में पहुंच गए हैं। सीएमएस ने दूरभाष पर बताया कि प्रकरण को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के पास आए हैं। सीएमओ को अवगत कराते हुए अस्पताल से छुट्टी पर आए हैं ।

विधायक ने सीएमएस पर जड़े आरोप

सदरविधायक पलटू राम ने संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात डॉक्टर राजेश मोहन गुप्ता की शिकायत जिले के दो दिवसीय दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। विधायक ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से अविलंब गैर जिला ट्रांसफर करने की मांग की है। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक ने विधायक की शिकायत पर देवीपाटन मंडल के अपर स्वास्थ्य निदेशक को सीएमएस पर लगाए गए आरोपों की जांच करके 1 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। साथ ही साथ जांच अधिकारी को यह निर्देश दिया है ।की जांच के दौरान विधायक के विपक्ष को सुना जाए वहीं दूसरी तरफ प्रकरण से जुड़े लिपिक अजय श्रीवास्तव की मानें तो सीएमएस द्वारा उन पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद है। उल्टे मेरे द्वारा किए गए शिकायत के भय से मुझ पर शिकायत वापस लेने का बराबर दबाव बनाते रहे। जब उनके दबाव को मानने से इनकार कर दिया गया तो उन्होंने जिलाधिकारी से झूठी शिकायत कर मेरे ऊपर जान से मारने की धमकी का आरोप मढ़ दिया जो पूरी तरह गलत है ।बरहाल सीएमओ सीएमएस का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है ।कुछ भी हो अस्पताल में 4 दिन के भीतर एक करोड़ 40 लाख का खेल लोगों के लिए अबूझ पहेली बना हुआ है।

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